हिमाचल के मंडी में फटा बादल, भारी बारिश में 3 की गई जान और एक महिला हुई लापता

punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 11:37 AM (IST)

नारी डेस्क:  हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार देर रात हुई भारी बारिश के बाद तीन लोगों की मौत हो गई और एक महिला लापता बताई जा रही है। कल देर रात से लगातार हो रही भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। क्षेत्र में रात 11 बजे से लगातार बारिश हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप शहर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।

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 जिला आयुक्त (डीसी)  ने कहा- "भारी बारिश से जेल रोड का हिस्सा प्रभावित हुआ है। जेल रोड के पास के इलाके में 3 लोगों की मौत हो गई है। एक महिला लापता है। पुलिस, एनडीआरएफ और होमगार्ड की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं, सड़कें भी साफ़ की जा रही हैं। अस्पताल के पास कई वाहन फंस गए हैं। कई लोगों के हताहत होने की खबर है, साथ ही कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।"  शहर में भारी बारिश के बाद मंडी के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई। राहत और बचाव कार्य के लिए स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ और होमगार्ड की टीमों को तैनात किया गया है।

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सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में से एक जोनल अस्पताल मंडी है, जहां आस-पास के नालों से पानी का अत्यधिक जमाव और ओवरफ्लो हो रहा है। अस्पताल तक जाने वाला मुख्य रास्ता बंद कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन की रिपोर्टों से मंडी शहर और उसके आसपास कई भूस्खलन की पुष्टि हुई है, जिससे यातायात बाधित हुआ है और आसपास रहने वाले निवासियों को खतरा है। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-3) मंडी और कुल्लू के बीच कई बिंदुओं पर अवरुद्ध हो गया है, जिससे स्थिति और भी विकट हो गई है।कई वाहन फंसे हुए हैं, और मार्ग के विभिन्न चोक पॉइंट्स से लंबी कतारें लगने की सूचना मिली है।

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इससे पहले, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) और राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) ने राज्य में व्यापक व्यवधान की जानकारी दी थी, जहां 200 सड़कें अवरुद्ध हैं, 62 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हैं, और राज्य भर में जारी भारी बारिश के कारण 28 जुलाई की शाम तक 110 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। 2025 के मानसून सीजन (20 जून से 28 जुलाई तक) के दौरान राज्य में कुल मृतकों की संख्या 164 तक पहुंच गई है। इनमें से 90 मौतें बारिश से संबंधित कारणों जैसे भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटने, डूबने और बिजली के झटके से हुई हैं, जबकि 74 आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं में 1,000 से अधिक लोगों की जान गई है।  इस तबाही में न केवल मानव हताहत हुए हैं, बल्कि घरों, पशुओं और सार्वजनिक संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है, जिससे अब तक 1,52,311 लाख रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ है।


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vasudha

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