1000 में बिकती है एक कप चाय, फिर भी लगती है लंबी लाइन जानिए इस ‘गोल्डन टी’ का राज
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 11:53 AM (IST)

नारी डेस्क : भारत में चाय के शौकीन हर गली-कूचे में मिल जाते हैं। कोई दिन में एक-दो बार चाय पीकर संतुष्ट हो जाता है, तो कोई दिनभर में कई बार चाय की चुस्की लिए बिना नहीं रह पाता। खासकर सर्दियों में चाय हर घर की मेहमाननवाजी का अहम हिस्सा बन जाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक कप चाय की कीमत 1,000 रुपये भी हो सकती है? जी हां, यह कोई फाइव-स्टार होटल की बात नहीं है, बल्कि कोलकाता की एक छोटी सी चाय की दुकान की हकीकत है। आइए जानते हैं इस खास चाय और इसके पीछे की दिलचस्प कहानी।
कोलकाता का ‘निर्जाष टी स्टॉल’
यह अनोखी चाय बेचने वाले का नाम है प्रथा प्रतिम गांगुली, जो कोलकाता के रहने वाले हैं। गांगुली को हमेशा से चाय का बहुत शौक था और उन्हें अलग-अलग तरह की चाय के बारे में गहरी जानकारी थी। पहले वे एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे, लेकिन मन में हमेशा कुछ अलग करने का विचार रहता था। आखिरकार उन्होंने नौकरी छोड़ दी और 2014 में ‘निर्जाष टी स्टॉल’ के नाम से एक चाय का ठेला शुरू किया।
1,000 रुपये वाली चाय की खासियत
इस ठेले पर मिलने वाली चायों में सबसे महंगी चाय का नाम है ‘Bo-Lay Tea’। इस चाय की पत्तियों की कीमत सुनकर आप चौंक जाएंगे। एक किलो पत्तियों की कीमत लगभग 3 लाख रुपये है। इसी वजह से एक कप चाय की कीमत 1,000 रुपये रखी गई है। लोग कहते हैं कि यह चाय तो कई फाइव-स्टार होटलों में मिलने वाली चाय से भी महंगी है। इसके बावजूद यहां हर दिन भीड़ लगी रहती है और लोग इस खास स्वाद का अनुभव करने आते हैं।
सबके लिए है चाय
हालांकि, यह टी स्टॉल सिर्फ अमीरों के लिए नहीं है। यहां 10 रुपये से लेकर अलग-अलग रेंज की चाय भी उपलब्ध है। यानी अगर आप महंगी चाय नहीं पीना चाहते तो भी इस स्टॉल से निराश होकर नहीं लौटेंगे। पर लोग ‘Bo-Lay Tea’ ही पिना पसंद करते हैं। लोगों का कहना है कि इस चाय का स्वाद इतना अलग और लाजवाब होता है कि 1,000 रुपये खर्च करना भी उन्हें महंगा नहीं लगता। चाय प्रेमियों के लिए यह जगह अब कोलकाता का एक खास आकर्षण बन चुकी है।
प्रथा प्रतिम गांगुली का यह छोटा-सा ठेला आज कोलकाता का बड़ा आकर्षण बन गया है। 1,000 रुपये वाली यह ‘गोल्डन टी’ लोगों के लिए एक अनोखा अनुभव है, जिसे वे खास मौके पर जरूर ट्राई करना चाहते हैं।