1 किलो सोने के लिए पुलिस को खिलानी पड़ी भरपेट बिरयानी और कोल्ड ड्रिंक, मामला हैरान करने वाला
punjabkesari.in Monday, May 26, 2025 - 04:07 PM (IST)

नारी डेस्क: चार तस्कर, जो दुबई से पेट में सोना छिपाकर ला रहे थे, पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इन तस्करों के पास से करीब 1 किलो सोना बरामद किया गया है। तस्करों के पेट से 29 सोने के कैप्सूल निकाले गए हैं, जिनका वजन लगभग 35-35 ग्राम था। इनकी कुल कीमत 1 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बताई जा रही है।
तस्करी में शामिल एक बड़ा गिरोह
पूछताछ में सामने आया कि ये चारों तस्कर एक बड़े अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी गिरोह का हिस्सा हैं। इस गिरोह का सरगना उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से है। ये चारों तस्कर गिरोह में 'कैरियर' यानी सोना लाने-ले जाने वाले की भूमिका में थे। हर एक तस्कर को एक बार सोना लाने के बदले 50 हजार रुपये मिलते थे। पिछले छह महीनों में ये तस्कर छह बार दुबई जा चुके थे।
रामपुर के मुतलिब, शाने आलम, जुल्फिकार और अजरूद्दीन को करीब आठ दिन पहले दुबई भेजा गया था। वहां चारों ने 35-35 ग्राम के कुल 29 सोने के कैप्सूल निगल लिए। शुक्रवार सुबह ये सभी दुबई से मुंबई होते हुए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। वहां उनकी मुलाकात सऊदी अरब से लौटे उनके पड़ोसियों मोहम्मद नावेद और जाहिद से हुई। इन सभी को लेने जुल्फिकार नाम का ड्राइवर एयरपोर्ट पहुंचा था। इसके बाद सभी एक कार में सवार होकर रामपुर की ओर निकल पड़े।
ये भी पढ़े: तेज बारिश के चलते गिरी घर की दीवार, सोती हुई 3 साल की मासूम की मौके पर हुई मौत
रास्ते में हुआ अपहरण
जब कार लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर मुरादाबाद के पास पहुंची, तभी छह बदमाशों ने इनका अपहरण कर लिया। पुलिस ने तत्परता दिखाई और मुठभेड़ के बाद दो बदमाशों को पकड़ लिया। इसके बाद तस्करों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पेट से निकाले गए सोने के कैप्सूल
पुलिस को पहले से ही जानकारी थी कि तस्करों ने पेट में सोना छिपा रखा है। शुरुआत में अल्ट्रासाउंड जांच की गई, लेकिन उससे कुछ भी पता नहीं चला। फिर एक्स-रे जांच कराई गई, जिससे सोने के कैप्सूल का पता चला। इसके बाद डॉक्टरों की निगरानी में सोना निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई। शनिवार देर रात तक तस्करों के पेट से 9 कैप्सूल निकाले गए। रविवार को फिर से प्रक्रिया दोहराई गई, जिसमें तस्करों को बिरयानी, केला, कोल्ड ड्रिंक और दवाइयां दी गई ताकि शौच के जरिए कैप्सूल बाहर निकाले जा सकें। कुल मिलाकर चार बार की प्रक्रिया में 29 कैप्सूल बरामद हुए।
तस्करों की निगरानी और आगे की जांच
तस्करों को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में रखकर लगातार निगरानी की जा रही है। सभी का दोबारा एक्स-रे कराया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके पेट में कोई कैप्सूल बाकी न रह गया हो। दिल्ली से आई कस्टम विभाग की दो सदस्यीय टीम भी मौके पर पहुंच गई है। टीम तस्करों से पूछताछ कर रही है और गिरोह से जुड़ी जानकारी इकट्ठा कर रही है।
सरगना की तलाश और गिरोह पर कार्रवाई
पुलिस और कस्टम विभाग की संयुक्त टीम इस गिरोह के सरगना की तलाश में जुट गई है।
एसएसपी का कहना है कि जल्द ही इस पूरे सोना तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा। सरकारी एजेंसियां अब ऐसे तस्करी गिरोहों पर सख्त कार्रवाई की योजना बना रही हैं ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही सोना तस्करी के बढ़ते खतरे को उजागर करता है।