Erotic और Adult Film का क्या है चक्कर, जिसके बीच फंसा राज कुंद्रा का पोर्नोग्राफी केस
punjabkesari.in Friday, Jul 23, 2021 - 05:02 PM (IST)

बिजनेसमैन राज कुद्रां पोर्नोग्राफी केस में जेल की हवा खा रहे हैं। कोर्ट ने उन्हें 27 जुलाई तक रिमांड पर भेज दिया है। वहीं, आए दिन उनके केस को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इसी बीच राज के वकील ने यह कहकर बचाव करने की कोशिश की कि वो अडल्ट नहीं बल्कि इरॉटिक (Erotic Films) फिल्में बनाते थे। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर इन दोनों में फर्क क्या है...
कोर्ट में कहा- ये इरॉटिक फिल्में हैं अडल्ट नहीं
बता दें कि राज का बचाव करते हुए उनके वकील ने मंगलवार को कोर्ट में कहा कि वो अडल्ट नहीं बल्कि इरॉटिक फिल्में हैं। उन्होंने कहा कि इन कॉन्टेंट्स को पोर्नोग्राफी बताना सही नहीं है, क्योंकि इसमें दो लोगों के बीच इंटरकोर्स यानी संभोग नहीं दिखता। जब तक किसी वीडियो में इंटरकोर्स ना दिखे उसे पॉर्न कहना सही नहीं है। उनके वकील ने यह तर्क भी दिया कि आजकल हर किसी को पता है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर किस तरह के कॉन्टेंट दिखाए जा रहे हैं। ये कॉन्टेंट अश्लील हैं और यही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चलता भी है। ऐसे में उनके मुवक्किल ने भी यही कॉन्टेंट बनाया, लिहाजा इसे पॉर्न कहना गलत होगा।
गहना और पूनम भी बोलीं- ये इरॉटिका है, अंतर समझना होगा
बता दें कि खुद पोर्नोग्राफी केस में अरेस्ट हो चुकी गहना वशिष्ठ का भी यही कहना है कि वो इकॉटिक फिल्में है। उनके बाद पूनम पांडे ने भी कही। बता दें कि पूनम पांडे ने साल 2019 में राज कुंद्रा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्द करवाया था। ऐसे में यह मामला काफी विचाराधीन है।
क्या होती हैं इरॉटिक फिल्में?
इरॉटिक (Erotic) का मतलब है कामोत्तेजक फिल्में। यानी ऐसा कॉन्टेंट, जिसे देखकर कामुक एक्साइटमेंट बढ़ जाए। आसान शब्दों में कहे तो यह कोई पेंटिंग, मूर्ति, फोटोग्राफी, नाटक, फिल्म, संगीत या लिटरेचर भी हो सकता है। इसे इरॉटिक आर्ट माना जाता है, जो दर्शकों या पाठक में कामुक भावनाओं को बढ़ावा दे। इसे इंटरकोर्स यानी संभोग में शामिल नहीं किया जाता बल्कि यह सिर्फ कला के माध्यम से एक्साइटमेंट लेवल बढ़ाने का काम है।
फिल्मों में इरॉटिक सीन होते हैं या अडल्ट?
हॉलिवुड, बॉलीवुड या वेब सीरीज में भी ऐसे न्यूड सीन दिखाए जाते हैं, जिसे डायरेक्टर ने सेंसुअस तरीके से दिखाते है। यानी एक्टर्स को पूरी इंटरकोर्स करते हुए नहीं दिखाया जाता इसलिए इसे भी इरॉटिका कला हैसमझा जाता है।
फिर पोर्नोग्राफी या अडल्ट फिल्म क्या है?
पोर्नोग्राफी, इरॉटिका से ठीक उल्ट है। पोर्नोग्राफी में सिर्फ न्यूडिटी ही नहीं है बल्कि इंटरकोर्स भी दिखाया जाता है। इसमें दो इंसान के बीच संभोग कैसे होता है, यह भी दिखाया जाता है।
इसलिए अलग हैं इरॉटिक और अडल्ट कॉन्टेंट
साइकोलॉजिस्ट का मानें तो इरॉटिका कंन्टेंट एक्साइटमेंट बढ़ाता हैं जबकि अडल्ट फिल्मों में संभोग की पूरी जानकारी होती है। वहीं, पोर्नोग्राफी सीधे तौर पर पैसा कमाने का जरिया है।