पहली भारतीए अभिनेत्री जिसने किया था लक्स का एड, जानिए लीला चिटनिस की लाइफस्टोरी
punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2019 - 04:45 PM (IST)

हिंदी सिनेमा में कई ऐसे सितारे है जिन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। बात अगर हिंदी सिनेमा की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म कंगन की हीरोइन की करें तो वो लीला चिटनिस थी, जिन्हें फिल्मों में नारीवाद की पहली अलमबरदार भी माना जाता हैं। सिर्फ आंखों से अपनी बातों को सझमाने का हुनर रखने वाली लीला वो पहली भारतीय अभिनेत्री थीं जिन्होंने 1941 में 'लक्स' साबुन के लिए विज्ञापन किया। इतना ही नहीं, लीला को महाराष्ट्र की पहली ग्रेजुएट सोसायटी लेडी का तमगा भी मिल चुका हैं। चलिए आज हम आपको उनकी जंयती के मौके पर उनकी लाइफ से जुड़े कुछ किस्से बताते हैं।
लीला चिटनिस की लाइफ स्टोरी सुनाने से पहले बता दें कि वो किस फैमिली से विलोंग करती हैं। बॉलीवुड में जैसे पीढ़ी दर पीढ़ी अव्वल दर्जे के हीरो निकलकर आते हैं, वैसे लीला चिटनिस की वंशजें बॉलीवुड में सफलतम नायिका बनकर राज कर रही हैं। जी हां, लीला चिटनिस आज की मशहूर अभिनेत्री काजोल की कजिन परनानी है।
लीला चिटनिस का जन्म 9 सितंबर 1912 को महाराष्ट्र के धारवाड़ में हुआ। कम उम्र में शादी होने के बार वो जल्द ही चार बच्चों की मां भी बन गईं। मगर लीला और उनके पति गजानन यशवंत चिटनिस के बीच अक्सर किसी ना किसी बात को लेकर विवाद बना रहता था जिस वजह से उनकी शादी भी लंबा सफर तय नहीं कर पाई और दोनों अलग हो गए।
पति से अलग होने के बाद बच्चों की परवरिश के लिए लीला ने एक स्कूल में बतौर अध्यापिका काम करना शुरू कर किया। बच्चों की पढ़ाने के साथ-साथ लीला कई नाटकों में भी काम करने लगीं। फिर उनका वक्त बदला और उन्हें काफी मेहनत के बाद ‘सागर मूवीटोन’ फिल्म में एक्स्ट्रा के रूप में काम करने का मौका मिला। इसके बाद उसी कंपनी की दूसरी फिल्म ‘जेंटलमैन डाकू’ में लीला को ऐसा किरदार मिला जिसमें उन्हों सिर्फ पुरुषों की पोशाक पहननी थीं, लीला ने यह किरदार भी बखूबी निभाया। फिर उन्हें मास्टर विनायक की फिल्म छाया (1936) में दमदार किरदार निभाने का मौका मिला।
उस समय लीला अपने करियर के ऐसे पड़ाव पर थी कि वो जिस चीज को भी हाथ लगाती, वहीं चमक उठती थी, तभी लीजा को बॉम्बे टॉकीज से जुड़ने का मौका मिला। लीला की अदाकारी और कलाकारी से काफी प्रभावित होकर बॉम्बे टॉकीज ने लीला को उस दौर के सुपरस्टार अशोक कुमार के साथ फिल्म 'कंगन' में लीड रोल निभाने का मौका दिया जोकि पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म भी रहीं। लोगों ने उस वक्त अशोक और लीला की जोड़ी का काफी पसंद किया, जिसके बाद दोनों ने कई फिल्में एक-साथ कीं।
दोस्तों, फिर फिल्म शहीद में लीला ने पहली बार मां का किरदार निभाया, बॉलीवुड में लीला के मां वाले इस किरदार से अलग पहचान मिली। लोगों को उनका मां का किरदार इतना पसंद आया कि इसके बाद राजकपूर की फिल्म “आवारा” और दिलीप कुमार की फिल्म “शहीद” में भी लीला को मां का किरदार मिला।
लीला चिटनिस ने अभिनय करने के अलावा 1955 में आई एक एक फ़िल्म 'आज की बात' का निर्माण और निर्देशन भी किया। 1987 में आई फिल्म 'दिल तुझको दिया' में काम करने के बाद लीला ने फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया और वो अपने बड़े बेटे के साथ अमेरिका में रहने लगीं। मगर 93 साल की उम्र में 14 जुलाई को लीला चिटनिस दुनिया को ही अलविदा कह गई।