माघ पूर्णिमा: चंद्रोदय के समय करें ये उपाय, रिश्तों में आएगी मिठास
punjabkesari.in Thursday, Feb 25, 2021 - 10:54 AM (IST)
हिंदू धर्म में एकादशी व पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस महीने की माघ पूर्णिमा 27 फरवरी दिन शनिवार को है। इस दिन गंगा स्नान, पूजा-पाठ व दान करना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस शुभ दिन पर ज्योतिष व वास्तु से जुडे़ कुछ उपाय करने से सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का आगमन होता है। तो चलिए जानते हैं कुछ खास उपायों के बारे में...
मानसिक शांति दिलाएगा यह उपाय
आज के जमाने में हर कोई किसी ना किसी समस्या से परेशान है। ऐसे में इससे छुटकारा पाने के लिए चंद्रोदय के समय चन्द्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर अर्घ्य दें। साथ ही "ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमसे नम:" या " ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:. " मंत्रों का जप करें। इससे जीवन में चल रही समस्याएं दूर होकर मानसिक शांति मिलेगी।
आय की समस्या से मिलेगा छुटकारा
माना जाता है कि इस रात देवी लक्ष्मी का घर में आगमन होता है। ऐसे में उनके स्वागत के लिए माघ पूर्णिमा की सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें। फिर तुलसी के पौधे को जल चढ़ाकर घी या सरसों के तेल का दीपक जलाएं। साथ ही मीठी चीज का भोग लगाएं। साथ ही धन की देवी माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। इससे आय से जुड़ी परेशानी दूर होकर तरक्की व सफलता के रास्ते खुलेंगे।
दांपत्य जीवन में आएगी मधुरता
जिन घरों में निरंतर कलह रहता है वे दांपत्य जीवन में मधुरता लाने के लिए चंद्र देव से जुड़ा उपाय करें। इसके लिए कपल्स माघ पूर्णिमा का व्रत रखने के साथ चंद्रोदय होने पर एक साथ गाय के कच्चे दूध से चंद्रमा को अर्घ्य दें। इससे रिश्तों में चल रही खटास दूर होकर मधुरता आएगी।
आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
कई बार बहुत मेहनत करने के बावजूद भी आर्थिक से जुड़ी समस्याएं रहती है। ऐसे में माघ पूर्णिमा के दिन 11 कौड़ियां लेकर उसपर हल्दी की तिलक लगाएं। फिर इसे धन की देवी लक्ष्मी को चढ़ाएं। अगले दिन इन कौड़ियों को साफ लाल रंग के कपड़े में बांध कर तिजोरी, अलमारी यानी धन वाली जगह पर रख दें। इससे घर में धन की बरकत बनी रहेगी। साथ ही आय के नए स्त्रोत बनेंगे।
सुख-समृद्धि के लिए
इस शुभ दिन पर दान करने का भी विशेष महत्व होता है। ऐसे में माघ पूर्णिमा के दिन तिल, कपड़ा, अन्न व सामर्थ्य अनुसार पैसों का दान करें। इससे श्रीहरि की कृपा मिलने के साथ सुख-समृद्धि व खुशहाली का वास होगा। साथ ही पापों से मुक्ति मिलेगी।