योगिनी एकादशी पर बन रहे हैं ये दो योग, पूर्वजों की पूजा करने से मिलेगा दोगुना फल

punjabkesari.in Wednesday, Jun 14, 2023 - 10:31 AM (IST)

हिंदू धर्म में एकादशी की तिथि को बहुत ही शुभ माना जाता है। साल में कुल 24 एकादशी तिथियां आती हैं। इसके व्रत को बहुत ही शुभ माना जाता है। इन्हीं एकादशियों में से एक होती है योगिनी एकादशी। योगिनी एकादशी के दिन नियमानुसार व्रत, पूजन और दान करने से सारे पापों का नाश होता है। आज योगिनी एकादशी मनाई जा रही है। इस एकादशी का व्रत करके व्यक्ति को चर्म रोग  से मुक्ति मिलती है। इस बार इस एकादशी दो शुभ योग बन रहे हैं जो आपके जीवन से कई मुश्किलों को दूर करेंगे। आइए जानते हैं इनके बारे में...

इस राशि में रहेगा चंद्रमा 

योगिनी एकादशी पर चंद्रमा मेष राशि में विराजमान रहेंगे वहीं गुरु भी इस समय मेष राशि में विराजमान हैं। ऐसे में गुरु और चंद्रमा की युति के कारण गजकेसरी नाम का योग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन सुबह शोभन योग भी बन रहा है जो कई तरह की परेशानियों को दूर करेगा।

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क्या होता है गजकेसरी योग? 

ज्योतिषाशास्त्र के अनुसार, गुरु और चंद्रमा जब किसी राशि में एक साथ विराजमान होते हैं तो गजकेसरी नाम का योग बनता है जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि गज यानी हाथ और केसरी का अर्थ यानी की स्वर्ण यह ताकत और धन से जुड़ा योग होता है। 

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कर लें ये काम 

इस एकादशी पर पीली वस्तुओं का दान करें और भगवान विष्णु और शिवजी की पूजा करें। यदि आप इस दिन व्रत रख रहे हैं तो सुबह शाम श्रीहरि का स्मरण करें। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गजेंद्र मोक्ष का पाठ करने से पितरों की संतुष्टि मिलती है और व्यक्ति के पाप धुलते हैं। पूर्वजों का आशीर्वाद मिलने से वंश बढ़ता है। इस दिन पीपल का पौधा लगाना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे नौकरी में आ रही परेशानियां भी दूर होती हैं और धन का आगमन होता है। 

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palak

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