Covid 4th Wave: 10 गुणा तेजी से फैल रहा Omicron का नया वेरिएंट XE, हल्के में ना लें ये लक्षण
punjabkesari.in Friday, Apr 08, 2022 - 11:46 AM (IST)
नए कोरोना वायरस वेरिएंट XE भारत में आ गया है। मुंबई में इस नए वेरिएंट का पहला मामला दर्ज किया गया है, जिसके बाद से पूरे भारत में डर का माहौल है। XE वैरिएंट एक 50 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर में मिला था, जो 10 फरवरी को मुंबई आई थी। हालांकि शुरुआत में, उसने कोई लक्षण नहीं दिखाया लेकिन जीनोम-सीक्वेंसिंग की जांच के बाद पता चला कि वो ओमिक्रॉन XE से संक्रमित थी।
क्या है XE वेरिएंट?
महाराष्ट्र सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि मुंबई में ओमिक्रॉन XE प्रवेश कर चुका है। नया वेरिएंट XE Omicron के दो सब-वेरिएंट BA.1 और BA.2 का कॉम्बिनेशन है।
10 गुणा तेजी से फैल रहा वायरस
ब्रिटेन जैसे कई देशों में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस बीच, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने XE के आसपास केंद्रित आशंकाओं को कम करने की मांग की। वैज्ञानिकों का कहना है कि शुरुआती संकेतों के मुताबिक, XE अन्य ओमिक्रॉन म्यूटेशन की तुलना में लगभग 10% तेजी से फैल सकता है।
वैक्सीनेशन पर निर्भर करती है गंभीरता
जहां तक इसके लक्षणों और गंभीरता का सवाल है, ओमिक्रॉन XE वेरिएंट से संक्रमित कुछ लोगों में हल्के लक्षण हो सकते हैं और कुछ मामले गंभीर भी हो सकते हैं। हालांकि इस वायरस की गंभीरता काफी हद तक टीकाकरण पर निर्भर करती है, जिन लोगों को टीका लगाया गया है उनमें हल्के लक्षण हो सकते हैं। बिना टीकाकरण वाले लोगों में लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
WHO की क्या है राय?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, नया XE संस्करण दो अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट, BA.1 और BA.2 का एक उत्परिवर्ती संकर है। हालांकि वर्तमान में दुनिया भर में XE के कुछ मामले हैं लेकिन यह परेशानी का कारण बन सकता है। WHO की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि XE (BA.1-BA.2), का पहली बार यूके में 19 जनवरी को पता चला था और 600 से कम अनुक्रमों की रिपोर्ट और पुष्टि की गई है।
दिखे ये लक्षण तो हो जाए सावधान
1. XE वेरिएंट के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, खांसी और सर्दी, त्वचा में जलन, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स शामिल है।
2. यूके हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी का कहना है कि XE में नाक बहने, छींकने और गले में खराश जैसे लक्षण होते हैं, जबकि हल्का बुखार और खांसी के कारण स्वाद और गंध की कमी का कारण बनता है।
यूके की हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी ने कहा कि 22 मार्च तक इंग्लैंड में एक्सई के 637 मामलों का पता चला था। थाईलैंड और न्यूजीलैंड में भी XE वेरिएंट का पता चला है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि म्यूटेशन के बारे में कुछ भी कहने से पहले अधिक डेटा पर विचार करने की जरूरत है।