सोने की गलत आदत के कारण भी आ सकता है हार्ट अटैक, कभी न सोएं इस पोजीशन में
punjabkesari.in Friday, Sep 05, 2025 - 01:10 PM (IST)

नारी डेस्क: दवाईयों और सही खाना-पान के अलावा दिल के मरीजों के लिए नींद की पोज़िशन का भी ध्यान रखना बेहद जरूरी है। एक स्टडी के अनुसार जिन लोगों को एसिड रिफ्लक्स और गैस्ट्रोएसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज की समस्या होती है उनके लिए स्लीपिंग पोजिशन बेहद मायने रखती है, क्योंकि सही पोज़िशन ब्लड सर्कुलेशन, सांस लेने और दिल पर पड़ने वाले दबाव को प्रभावित कर सकती है।
दिल के मरीज़ों के लिए बेस्ट Sleeping Position
कुछ शोधों के अनुसार, बाईं करवट सोने से दिल पर दबाव बढ़ सकता है। इससे दिल की धड़कनें (Palpitations) बढ़ सकती हैं, खासकर हार्ट फेल्योर वाले मरीजों में। ऐसे में दाईं करवट सबसे सुरक्षित मानी जाती है। Journal of Clinical Sleep Medicine और अन्य स्टडीज़ के मुताबिक, दाईं करवट सोने से दिल पर दबाव नहीं पड़ता। यह हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को स्थिर रखती है। हार्ट अटैक या सर्जरी के बाद भी यह पोज़िशन आराम देती है।
पीठ के बल सोना भी फायदेमंद
अगर तकिया सही हो तो पीठ के बल सोना भी सुरक्षित हो सकता है। लेकिन मोटापे या स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) वाले मरीजों के लिए यह पोज़िशन सांस लेने में दिक्कत बढ़ा सकती है। वहीं पेट के बल सबसे खराब पोज़िशन मानी जाती है। इससे सांस लेने और दिल पर दबाव दोनों बढ़ जाते हैं। वास्तविक रूप से हार्ट फेलियरवाले कई लोगों को बाईं ओर की तुलना में दाईं ओर सोना अधिक आरामदायक लगता है। हालांकि बहुत कम वैज्ञानिक है जो सोने के किसी एक तरीके की जगह दूसरे तरीके का समर्थन करते हैं।