महिलाओं में तालिबानियों का खौफ: रोते हुए अफगानी लड़की ने कहा, 'हमें बचा लो, तालिबान मार देगा'
punjabkesari.in Thursday, Aug 19, 2021 - 11:56 AM (IST)
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा होते ही वहां के स्थानीय लोग देश छोड़ कर भाग रहे हैं। तालिबान खुद के बदले होने के भले ही लाख दावे कर रहा है लेकिन वहां की आम जनता को उसपर रत्ती भर भी विश्वास नहीं है। पिछले दिन ही तालिबानियों ने काबूल एयरपोर्ट पर महिलाओं और बच्चों पर गोलियां बरसाई थी जिसमें कई लोग मारे गए, यही वजह है कि लोग किसी भी तरह मुल्क छोड़ना चाहते हैं।
महिलाएं एयरपोर्ट में घुसने के लिए अमेरिकी सैनिकों से लगा रही हैं गुहार
काबुल एयरपोर्ट पर हज़ारों की संख्या में लोग फ्लाइट के इंतज़ार में खड़े है, इसी बीच दिल को झकझोंर देने वाला एक वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ महिलाएं एयरपोर्ट में घुसने के लिए अमेरिकी सैनिकों से गुहार लगा रही हैं। लेकिन वो एयरपोर्ट के अंदर नही आ पाती।
अफगानी महिलाओं को एयरपोर्ट में आने से रोका
बता दें कि काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अमेरिकी और नाटो देशों की सेनाओं ने बैरिकेडिंग की हुई है। ये सभी सिर्फ अपने देश के नागरिकों को तवज्जो देकर बाहर निकाल रहे हैं। इसी बीच कुछ अफगानी महिलाएं एयरपोर्ट में आने देने की गुहार लगा रही हैं।
चीखते हुए महिलाएं कह रही हैं प्लीज़ हेल्प करें
वीडियो में देख सकते हैं कैसे महिला रोते-बिलखते हुए कह रही है कि हेल्प, तालिबानी आ रहे हैं, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी अमेरिकी सैनिक ने दरवाज़ा नहीं खोला। काबुल एयरपोर्ट पर करीब 50 हजार से ज्यादा अफगानिस्तानी मौजूद हैं, जो देश छोड़कर जाना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि अगर वो यहां रुकते हैं तो तालिबानियों के जुल्म के नीचे वह मारे जाएंगे। लेकिन अब किसी भी अफगानी के लिए अफगानिस्तान छोड़ना मुश्किल हो गया है। तालिबानी सिर्फ विदेशी लोगों को ही जाने दे रहे हैं।
At #kabulairport gates where the US forces controlling, people crying and begging US forces to allow them to pass the gates otherwise the Taliban will come and will behead them. pic.twitter.com/wzxXJf2ngL
— Natiq Malikzada (@natiqmalikzada) August 18, 2021
अमेरिकी और नाटो देशों की सेनाएं सबसे पहले अपने नागरिकों, उनके मिशन में मदद करने वाले लोगों को बाहर निकाल रही है तमाम देशों के सैनिक एयरपोर्ट पर जुटे हैं और अपने-अपने देश से आ रहे प्लेन में लोगों को बैठाकर वापिस उनके देश लेजा रहे है।