मिसाल बनी महिला सब इंस्पेक्टर! लावारिस शव को दिया कंधा और किया अंतिम संस्कार, हर तरफ हो रही तारीफ
punjabkesari.in Tuesday, Feb 02, 2021 - 05:46 PM (IST)
पुलिस को देखकर तो हर कोई डर जाता है। कुछ तो पुलिस को सामने देखकर अपना रास्ता ही बदल देते हैं इसका कारण है कि उनकी छवि लोगों ने ऐसी बनाई है कि वह काफी कठोर होते हैं, कड़क होते हैं और गुस्से वाले होते हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपकी सोच पुलिस के प्रति बदल जाएगी। दरअसल हाल ही में आंध्रप्रदेश की महिला सब इन्स्पेक्टर सिरिशा ने एक ऐसा काम कर दिखाया है जिससे हर तरफ उनकी वाह वाही हो रही है।
लावारिस शव को कंधे पर उठाकर किया संस्कार
दरअसल हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है जिसमें एक महिला सब इंस्पेक्टर सिरिशा ने इंसानियत की अनोखी मिसाल पेश कर दी है। सिरिशा ने एक भिखारी की लाश को कंधा दिया और उसे लेकर 2 किलोमीटर तक चली और फिर अंतिम संस्कार भी किया। यह मामला आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले का है।
खेत में पड़ी रही लाश लेकिन किसी ने नहीं की मदद
मिली जानकारी के मुताबिक लावारिस व्यक्ति का शव खेत में पड़ा रहा लेकिन किसी ने उसे हाथ नहीं लगाया और न ही कोई मदद के लिए आगे आया। किसी ने भी उस शव को छूने तक की हिम्मत नहीं की लेकिन इसकी खबर मिलते ही सब इंस्पेक्टर सिरिशा आगे आईं और उन्होंने आस-पास के लोगों से मदद मांगी लेकिन किसी ने मदद नहीं की।
कोई मदद के लिए नहीं आया आगे तो खुद ही किय अंतिम संस्कार
मदद मांगने के बावजूद भी जब कोई कोई आगे नहीं आया तो सिरिशा ने तय किया कि वह खुद ही लावारिस व्यक्ति का अंतिम संस्कार करेंगी। इसके बाद शव को लेकर 2 किलोमीटर तक चली और उसे बाहर ले आई। इसकी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
आईपीएस अशोक कुमार ने किया ट्वीट
पुलिस वाले को अक्सर लोग निर्दयी मान बैठते हैं। आन्ध्रप्रदेश में महिला सब इन्स्पेक्टर ने २ किमी तक एक भिखारी की लाश को कंधा दिया जिसे कोई छूना नहीं चाहता था। मानवता और करुणा की ऐसी कहानी आख़िर कहाँ मिलेगी आपको। वर्दी वालों के प्रति अपनी दृष्टि बदलें। pic.twitter.com/gGQYA4oTQU
— Ashok Kumar IPS (@Ashokkumarips) February 1, 2021
इसकी वीडियो भी आईपीएस अशोक कुमार ने शेयर की है और ट्वीट कर लिखा 'पुलिस वाले को अक्सर लोग निर्दयी मान बैठते हैं। आंध्रप्रदेश में महिला सब इंस्पेक्टर ने दो किलोमीटर तक एक भिखारी की लाश को कंधा दिया जिसे कोई छूना नहीं चाहता था। मानवता और करुणा की ऐसी कहानी आखिर कहां मिलेगी आपको। वर्दी वालों के प्रति अपनी दृष्टि बदलें।
समाज को अपनी सेवा देना ही मेरा लक्ष्य है : सिरिशा
सिरिशा के इस काम की हर तरफ तारीफ हो रही है। लोग उनके इस जज्बे को सलाम कर रहे हैं। वहीं अपने इस काम पर सिरिशा का कहना है कि उन्होंने लोगों की सेवा के लिए ही पुलिस फोर्स जॉइन की है और यह उनका लक्ष्य है। मृतक को भी सम्मान का अधिकार है। मैंने केवल अपनी ड्यूटी निभाई है।'