एकादशी व्रत रख रहे हैं तो भूलकर भी ना खाएं यह 1 चीज

punjabkesari.in Tuesday, Aug 03, 2021 - 02:06 PM (IST)

हिंदू धर्म में एकादशी का खास महत्व होता है जो साल में 24 बार आती हैं। मगर, साल 2021 में 26 एकादशी पड़ रही हैं। वहीं, कल यानि 4 अगस्त को कामिका एकादशी पड़ रही है। इस दौरान लोग ना सिर्फ व्रत रखते हैं बल्कि भगवान विष्णु की पूजा अर्चणा भी करते हैं। वहीं, एकादशी पर लोग खान-पान का भी खास ख्याल रखते हैं खासतौर पर इस दौरान चावन खाने की मनाही होते हैं। और हम आपको यही बताएंगे कि आखिर एकादशी के दिन चावल खाना क्यों वर्जित होता है?

एकादशी पर क्यों नहीं खाने चाहिए चावल?

आमतौर पर एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं किया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान ब्रह्मा के सिर से पसीना गिर गया और एक राक्षस का रूप धारण कर लिया। जब राक्षस ने भगवान से निवास के लिए जगह देने के लिए कहा, तो ब्रह्मा ने उन्हें एकादशी पर पुरुषों द्वारा खाए गए चावल में रहने और उनके पेट में कीड़े में परिवर्तित होने के लिए कहा। यह एक धार्मिक मान्यता है।

PunjabKesari

इसलिए भी नहीं खाने चाहिए चावल

एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, महर्षि मेधा ने माता शक्ति के क्रोध से बचने के लिए अपने शरीर का त्याग कर दिया और पृथ्वी में समा गए। महर्षि मेधा चावल और जौ के रूप में उत्पन्न हुए इसलिए इसे जीव माना जाता है। जिस दिन उनका अंश पृथ्वी में समाया, उस दिन एकादशी तिथि थी इसलिए इस दौरान चावल व जौ का सेवन वर्जित होता है।

क्या कहता है विज्ञान?

किसी अन्य दिन उपवास करना वास्तव में थका देने वाला हो सकता है क्योंकि वायुमंडलीय दबाव शरीर पर दबाव डालेगा लेकिन एकादशी के दिन ऐसा नहीं होता। एकादशी पर शरीर को डिटॉक्सीफाई और आंत्र प्रणाली को साफ करना ज्यादा आसान हो जाता है। ऐसे में इस दौरान व्रत रखने व सात्विक भोजन की सलाह दी जाती है, जिससे बॉडी डिटॉक्स हो सके।

PunjabKesari

क्या कहता है ज्योतिष विज्ञान?

एकादशी के दिन चावल न खाने का कारण धार्मिक ही नहीं ज्योतिष भी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चावल में पानी की मात्रा अधिक होती है। चंद्रमा का प्रभाव जल पर अधिक होता है। ऐसे में चावल खाने से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है और इससे मन विचलित हो जाता है। चंचल मन होने से व्रत के नियमों के पालन में बाधा आती है। चूंकि एकादशी व्रत में मन की पवित्र और सात्विक भावना का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए इस अवसर पर चावल से बनी चीजें खाना मना है।

PunjabKesari

एकादशी पर उपवास का न केवल धार्मिक महत्व है बल्कि स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन आपको फिट और स्वस्थ रखने में मदद करता है। ऐसे में आप भी व्रत रखना ना भूलें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anjali Rajput

Related News

static