कोरोना से ठीक होने के बाद भी अस्पताल जा रहें मरीज, जानें क्या है कारण
punjabkesari.in Saturday, Sep 12, 2020 - 03:39 PM (IST)
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया के लोगों को तेजी से अपनी चपेट में लिया है। आज इससे पीड़ित मरीजों की संख्या 2 करोड़ 83 लाख के करीब पहुंच चुकी है। बात अगर इस बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या करें तो यह 8 लाख 14 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। दिन प्रति दिन इसके मामले बढ़ते ही जा रहें है। मगर इस वायरस से ठीक हुई मरीजों की संख्या में भी सुधार आ रहा है। वैसे तो कोरोना के लक्षण को लेकर नए- नए बदलाव आते रहें हैं मगर हाल ही के दिनों में इससे जुड़ी मिली नई जानकारी के मुताबिक कोरोना से ठीक हुए मरीजों में सेहत से जुड़ी परेशानियां नजर आ रही है। इस बारे में सही से पता लगाने के लिए इटली के ठीक हुए मरीजों को दोबारा अस्पताल में बुलाकर उनकी जांच की जा रही है। ताकि इसके पीछे का कारण पता चल सके।
ठीक हुए मरीजों को हो रही सांस से जुड़ी समस्याएं
रिसर्च के अनुसार, जो लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं, उनमें से आधे लोगों को सेहत से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में इन मरीजों का चैकअप करने से लिए इन्हें दोबारा अस्पताल में बुलाया जा रहा है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना की बीमारी से ठीक हो चुके लोगों के ब्लड सैंपल लेने के साथ उनके दिल और फेफड़ों को चैक किया जा रहा है।
कोरोना से ठीक हुए मरीजों की दोबारा जांच की जा रही है
कहा जा रहा है कि डॉक्ट्स ठीक हुए मरीजों को दोबारा अस्पताल बुलाकर उनकी सेहत से जुड़े सवाल पूछ रहें हैं कि उन्हें कौन सी समस्या परेशान कर रही है। ऐसे मरीजों से सवाल पूछ व उनकी जांच कर वे ये पता लगाना चाहते हैं कि आखिर कोरोना को मात देने के बाद भी उनकी सेहत खराब क्यों हो रही हैं। साथ ही कोरोना से ठीक होने के बाद भी वह उन मरीजों पर कैसा असर दिखा रहा है।
कोरोना से ठीक होने के बाद भी शरीर में रहता है असर
संक्रामक रोग विशेषज्ञ सेरेना वेन्टुरेल्ली के मुताबिक, के अनुसार, इस वायरस के शुरूआती दिनों में इसकी चपेट में आए कई लोग अब ठीक हो चुके है। उन लोगों में करीब 750 मरीजों की जांच कर पाया गया कि लगभग 30 प्रतिशत लोगों के फेफड़ों पर निशान होने के साथ उन्हें सांस से जुड़ी समस्या पाई गई। इटली के स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जो भी लोग कोरोना की चपेट में आते हैं, उन्हें स्वस्थ होने में समय लग सकता है। असल में, इस वायरस से ठीक होने के बाद भी यह अपना असर शरीर में छोड़ जाता है। मगर इस बात पर अलग-अलग विशेषज्ञों की कुछ और राय भी हो सकती है।