Child Care: नवजात शिशु को इन 7 बीमारियों से बचाएगा मां का दूध
punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2020 - 03:32 PM (IST)
शिशु के लिए मां का दूध अमृत होता है। बच्चे के जन्म के बाद उसे सबसे पहले मां का दूध ही पिलाना चाहिए, ताकि उसके शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद मिले। वहीं डॉक्टर्स भी महिलाओं को डिलीवरी के बाद कम से कम 6 महीने बच्चे को स्तनपान करवाने की सलाह देते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि बच्चे के लिए कितना जरूरी है मां का दूध
दिल के लिए फायदेमंद
ब्रेस्टफीडिंग शिशुओं में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम करतीहै, खासकर प्रीमैच्योर बच्चों में। समय से पहले पैदा हुए नवजात शिशुओं में दिल की बीमारियों का खतरा अधिक होता है इसलिए उनके लिए स्तनपान बहुत जरूरी है। इससे शिशु में दिल की मांसपेशियों में वृद्धि, हार्ट चेंबर, उच्च रक्तचाप कंट्रोल में रहता है।
बेहतर विकास
नवजात बच्चे को मां के दूध के जरिए ही वसा, विटामिन और कार्बोहाइड्रेट्स जैसे जरूरी पोषक तत्व मिल पाते हैं, जो शिशु के विकास में मदद करते हैं।
मजबूत इम्यून सिस्टम
स्तनपान कराने से शिशु का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे उसके शरीर इंफैक्शन से लड़ पाता है।
हड्डियां होती है मजबूत
मां के दूध में कैल्शियम और आयरन होता है जो बच्चे की हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
दिमाग के लिए फायदेमंद
इसमें पाई जाने वाली कार्बोहाइड्रेट और वसा से शिशु के मस्तिष्क का विकास होता है।
बढ़ता है वजन
आमतौर पर बच्चे का वजन जन्म के समय काफी कम होता है। ऐसे में मां के दूध से उसी सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे उसका वजन बढ़ जाता है।
डायबिटीज से बचाव
बच्चे को स्तनपान करवाने से उनको कई बीमारियों से बचाया जा सकता है । उनको टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा, आंत संबंधी बीमारियां होने का खतरा घट जाता है।
ब्रेस्ट फीडिंग छुड़वाने का सही समय
बच्चों को 6 महीने से लेकर डेढ़ साल तक दूध ब्रेस्ट फीडिंग करवानी चाहिए। इससे ज्यादा मां का दूध पिलाने से औरतों के शरीर पर बुरा असर पड़ता है। क्योंकि इस समय के बाद महिलाओं के ब्रेस्ट में दूध आना बंद हो जाता है।
मां के लिए भी है फायदेमंद
आजकल महिलाएं अपनी शेप के चक्कर में ब्रेस्टफीडिंग करवाना जल्दी बंद कर देती हैं लेकिन बता दें कि शिशु के साथ-साथ महिलाओं के लिए भी स्तनपान करवाना बहुत फायदेमंद होता है। दरअसल, स्तनपान करवाते वक्त आप अधिक कैलोरी खर्च करती हैं, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। वहीं इससे आप तनाव, ओवरी कैंसर, इंफैक्शन और एनीमिया से भी बची रहती हैं।