ये कर लिया तो पूरी उम्र नहीं होगी Calcium की कमी, महिलाएं जरूर करें गौर
punjabkesari.in Thursday, Sep 09, 2021 - 01:00 PM (IST)
हाथों-पैरों में लगातार झुनझुनाहट, मांसपेशियों में ऐंठन को अक्सर महिलाएं मामूली समझ इग्नोर कर देते हैं लेकिन ये कैल्शियम की कमी के संकेत हो सकते हैं। खान-पान की बदलती आदतों के कारण महिलाओं को इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है। खासकर भारतीय औरतों में कैल्शियम की कमी काफी देखने को मिलती है। दरअसल, पीरियड्स, प्रेगनेंसी, मेनोपॉज के दौरान शरीर में कैल्शियम की खपत बढ़ जाती है इसलिए महिलाओं को इसकी जरूरत ज्यादा होती है।
वहीं, अगर समस्या बढ़ जाए तो गठिया, ऑस्टियोपीनिया, ऑस्टियोपोरोसिस और हाईपोकैल्शिमिया के चांसेज बढ़ जाते हैं इसलिए समय रहते इसपर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
सबसे पहले जानिए इसकी कमी के संकेत
. हड्डियों में कमजोरी व दर्द
. दांतों का कमजोर होना
. बार-बार नाखून टूटना
. पीरियड्स से जुड़ी प्रॉब्लम्स
. बाल झड़ने लगते हैं
. शरीर सुस्त व थकावट महसूस होना
. कमजोर इम्यून सिस्टम
अब जानते हैं कि कैल्शियम की कमी के कारण
इसके सबसे बड़ी वजह सही डाइट ही ना लेना है। इसके अलावा शरीर में विटामिन डी की कम से भी कैल्शियम अब्जॉर्ब नहीं हो पाता क्योंकि विटामिन डी इसे सोखने में मदद करता है।
. वैजाइना डिस्चार्ज के कारण सिर्फ कैल्शियम ही नहीं बल्कि सोडियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम भी शरीर से निकल जाता है।
. पीरियड्स में ज्यादा ब्लड फ्लो, स्तनापान करवाने और गर्भावस्था, मेनोपॉज और शरीर में एस्ट्रोजेन हॉर्मोन का स्तर कम होने के कारण भी कैल्शियम की कमी हो सकती है।
दिन में कितना कैल्शियम जरूरी?
शोध का मानें तो आज के समय में 14-17 की उम्र में ही 20% लड़कियाों में कैल्शियम की कमी देखने को मिलती है जबकि 30 से अधिक उम्र वाली महिलाओं में 40-60% तक कैल्शियम की कमी होती है। 30 की उम्र के बाद महिलाओं को रोजाना 1200-1500mg कैल्शियम लेना चाहिए लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय लोग हर दिन 400 ग्राम से भी कम कैल्शियम लेते हैं, जिसके कारण हड्डियां कमजोर होने लगती है।
किन महिलाओं को अधिक होती है समस्या
. पीरियड्स, प्रेगनेंसी, मेनोपॉज के समय कैल्शियम की अधिक जरूरत होती है
. दूध पिलाने वाली मांओं को कैल्शियम अधिक जरूरत
कैसे पूरी करें कैल्शियम की कमी
. कैल्शियम की कमी पूरी करने के लिए गोलियों और सप्लीमेंट्स के सहारे ना बैठें बल्कि नेचुरल आहार खाएं। इसके लिए डाइट में डेयरी प्रॉडक्ट्स जैसे दूध, पनीर, दही, टोफू, सोयाबीन, सोया मिल्क लें।
. अंडे का सफेद हिस्सा, मीट, सीफूड, पत्तेदार हरी सब्जियां, ब्रोकोली, पालक, दालें, ड्राई फ्रूट्स जैसे किशमिश, सूखी खुबानी अधिक खाएं।
. फलों में संतरे, कीनू, बेरीज, खजूर, ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी आदि खाएं।
. बीज, अलसी, तिल, क्विनोआ खासकर भी कैल्शियम की कमी पूरी कर सकते हैं।
. 10 से 20 मिनट ताजी धूप जरूर लें। इससे शरीर को विटामिन डी मिलेगा जो कैल्शियम अवशोषित करने में मददगार है।