लता जी के अंतिम संस्कार में क्यों नहीं पहुंचे Dharmendra, एक्टर ने खुद बताई वजह!
punjabkesari.in Tuesday, Feb 08, 2022 - 05:48 PM (IST)
बीते रविवार लता मंगेशकर दुनिया को अलविदा कह गई। उन्हें अंतिम विदाई देने बॉलीवुड के कई नामी स्टार्स पहुंचे लेकिन एक्टर धर्मेंद्र नहीं। आखिरी क्यों धर्मेंद्र लता जी के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंची इसके बारे में एक्टर ने खुद बताया। इसकी वजह जानकर आपकी आंखे भी नम हो जाएगी।
धर्मेंद्र क्यों नहीं पहुंचे लता जी के अंतिम संस्कार में?
धर्मेंद्र जी ने बताया कि वो लता जी के अंतिम संस्कार में जाने के लिए 3 बार तैयार हुए लेकिन हर बाद उन्होंने खुद को पीछे कर लिया। नामी वेबसाइट ईटाइम्स से की बातचीत में धर्मेंद्न ने कहा, 'मैं बहुत अनकंफर्टेबल और असहज था। मैं दीदी के अंतिम संस्कार पर जाने के लिए एक नहीं, बल्कि तीन बार तैयार हुआ, लेकिन हर बार मैंने खुद को पीछे खींच लिया। मैं उन्हें हमें छोड़कर जाते हुए नहीं देखना चाहता था। लता मंगेशकर के निधन की खबर सुनने के बाद मैं बहुत असहज महसूस कर रहा था।'
एक्टर ने यह भी बताया कि लता जी उन्हें गिफ्ट्स भी भेजा करती थी और उनकी उनसे चैट पर बात होती थी। आगे दिग्गज एक्टर ने कहा, 'मैं आपको ये भी बताना चाहता हूं कि वो कभी-कभी मुझे गिफ्ट्स भी भेजती थीं। वो मुझे बहुत प्रेरित करती थीं और मुझसे कहती थीं कि मजबूत रहो। मुझे याद है कि मैंने एक बार ट्विटर पर उदास पोस्ट लिखा था, उन्होंने तुरंत फोन किया और पूछा कि क्या मैं ठीक हूं और मुझे खुश करने के लिए 30 मिनट तक मुझसे बात की। हम हाल में भी 25-30 मिनट तक चैट करते थे।'
इसी के साथ धर्मेंद्र ने बताया कि लता जी उन्हें कितना ज्यादा पसंद करती थी। धर्मेंद्र ने आगे कहा, 'मैं आपको एक और घटना के बारे में बताता हूं, जिससे ये पता चलता है कि वो मुझे कितना पसंद करती थीं। एक अवॉर्ड फंक्शन में उन्हें याद आया कि जब मैं उनसे पहली बार मिला था, तब बेज (Beige) कलर की शर्ट पहनी थी। मैं हैरान रह गया। ऐसी मेमोरी!'
लता और धर्मेंद्र के बीच था पारिवारिक रिश्ता
बता दें कि धर्मेंद्र ने ट्विटर पर लता जी को याद करते हुए उनके साथ एक पुरानी फोटो शेयर की और लिखा, 'पूरी दुनिया उदास है।'
लता और धर्मेंद्र के बीच बहुत गहरी दोस्ती थी और इनका पारिवारिक रिश्ता भी रहा है। जब धर्मेंद्र कोरोना के चलते अपने फार्म हाउस पर परिवार और दोस्तों से दूर थे तो उन्हें अवसाद ने घेर लिया था। उस वक्त लता मंगेशकर रोज उनसे बात करती थी और हमेशा उन्हें जीने और खुश रहने के लिए प्रेरित करती थीं। खुद एक्टर ने बताया था कि लता जी से बात करते ही उन्हें ऐसा लगता था कि जैसे उनकी परेशानी दूर हो गई। अकेलेपन में लता जी और उनके गाने उनके लिए सहारा बने थे।धर्मेंद्र का कहना है कि लता मंगेशकर हमेशा से उनके लिए एक प्रेरणा रहीं और उन्होंने हमेशा उनके सुख-दुख में साथ दिया था।
बता दें कि लता मंगेशकर 92 साल की थीं। पिछले 28 दिनों से वह मुम्बई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट थी. अस्पताल में लता मंगेशकर का लगातार इलाज चल रहा था। पहले उनके स्वस्थ होने की खबर सामने आई थी लेकिन उसके कुछ दिनों बाद ही उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। मगर वह जिंदगी की जंग हार गई।
लता मंगेशकर पिछले 7 दशकों से गायिकी के जरिए बॉलीवुड इंडस्ट्री से जुड़ी हुई थी। लता जी 36 से ज्यादा भाषाओं में करीब 30 हजार से ज्यादा गाने गा चुकी हैं। 11 साल की उम्र में गाना शुरू करने वाली लता जी ने 13 साल की उम्र में मराठी फिल्म ‘पहली मंगलागौर’ के लिए गाना गाया। 18 साल की लता ने साल 1947 में हिंदी सिनेमा के लिए गाना शुरू किया था। लता जी तो पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार एवं कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
अकेले ही गुजार दी जिंदगी
पैसा-शौहरत-नाम उन्हें सबकुछ मिला लेकिन सिवाए एक हमसफर के। लता जी ने अपनी जिंदगी अकेले गुजार दी। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जब वो 13 साल की थी तो उनके पिता का निधन हो गया था और ऐसे में पूरे घर-परिवार और अपने भाई बहनों को संभालने की जिम्मेदारी लता जी के कंधों पर आ गई थी। ऐसे में कई बार शादी का ख्याल तो आया लेकिन वह इस पर अमल नहीं कर सकी। छोटी सी उम्र में ही उन्होंने काम शुरू कर दिया था और परिवार व अपने भाई-बहनों को संभालने में व्यस्त हो गई। लता मंगेशकर अपने भाई-बहनों को अच्छा जीवन देने के लिए खुद के लिए समय नहीं निकाल पाईं।