जानिए कौन हैं Malavika Hegde, जिसने पति की मौत के बाद संभाली CCD की कमान
punjabkesari.in Wednesday, Jan 12, 2022 - 03:59 PM (IST)
हम में से कई लोगों को 2019 की चौंकाने वाली खबर याद होगी जब भारत की सबसे प्रसिद्ध कॉफीहाउस श्रृंखला, "कैफे कॉफी डे" के CEO वीजी सिद्धार्थ ने आत्महत्या कर ली थी। प्रसिद्ध बिजनेसमैन की पत्नी मालविका हेगड़े ने दिसंबर 2020 में बागडोर संभाली। मालविका हेगड़े के पिता एसएम कृष्णा, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री थे। जिस तरह एक फ़ीनिक्स जलती है और अपनी राख से उठती है, उसी तरह उनके नेतृत्व में CCD ने 2 साल की छोटी सी अवधि में 7200 करोड़ के भारी कर्ज को घटाकर 1731 करोड़ कर दिया है।
कौन हैं मालविका हेगड़े?
स्वर्गीय वीजी सिद्धार्थ की पत्नी मालविका हेगड़े एक भारतीय बिजनेसवुमन भी हैं। उनके पति सिद्धार्थ 29 जुलाई, 2019 को आत्महत्या कर ली थी। वह कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सोमनाहल्ली मल्लैया कृष्णा की बेटी हैं। उनकी मां प्रेमा कृष्णा एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। 1969 बेंगलुरु, कर्नाटक में जन्मीं मालविका ने अपनी स्कूली शिक्षा बेंगलुरु के एक स्थानीय स्कूल से की। उन्होंने बैंगलोर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उनकी एक छोटी बहन शांभवी कृष्णा है, जो एक बिजनेसवुमन हैं।
शादी के बाद से ही कंपनी से जुड़ गई थी मालविका
मालविका ने 1991 में सिद्धार्थ से शादी की। उनके दो बेटे हैं, ईशान और अमर्त्य। शादी के बाद से ही मालविका हेगड़े कॉफी बिजनेस से जुड़ी गई थीं। वह कैफे कॉफी डे बोर्ड में थीं, लेकिन वह गैर-कार्यकारी बोर्ड की सदस्य थीं। मालविका ने कॉफी डे ग्लोबल लिमिटेड की डायरेक्टर के तौर पर अपनी जिम्मेदारियां निभाई। पति की मौत के 8 साल बाद मालविका इस कंपनी की CEO बनी।
लापता हो गए थे पति सिद्धार्थ
सिद्धार्थ 29 जुलाई, 2019 को अचानक लापता हो गए थे। एक दिन वह अपने ड्राइवर के साथ बेंगलुरु से सकलेशपुर जा रहे थे कि तभी उन्होंने ड्राइवर को चिकमगलूर की ओर जाने के लिए कहा और अचानक ड्राइवर को एक पुल के पास रुकने को कहा। वह कार से बाहर निकले और ड्राइवर से कार को पुल के आखिरी छोर में रुकने के लिए कहा। ड्राइवर घंटों इंतजार करता रहा लेकिन वो नहीं लौटे। उनका फोन भी अचानक स्विच ऑफ हो गया।
2 दिन बाद मिली लाश, पुलिस ने कहा आत्महत्या
ड्राइवर ने उनकी बहुत तलाश की लेकिन जब वह नहीं मिले तो उसने मालविका के बड़े बेटे को फोन कर इसकी जानकारी दी और फिर नजदीकी थाने में जाकर प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने 30 जुलाई 2019 को तलाशी अभियान शुरू किया था। 31 जुलाई 2019 को सुबह 7:43 बजे नेत्रावती नदी में पुलिस को एक शव मिला। ऐसा कहा जा रहा था कि सिद्धार्थ ने वित्तीय परेशानियों के चलते खुदकुश कर ली थी। दरअसल, पहली तिमाही में वित्तियों समस्याओं के चलते कंपनी को 280 स्टोर बंद करने पड़ गए थे। वहीं, कमपनी की दैनिक बिक्री दर भी काफी घट गई थी।
पति की मौत के बाद बनीं सीईओ
पति की मौत के 1 साल से ज्यादा समय बाद उन्होंने चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर के तौर पर पद संभाल लिया है। बेंगलुरु बेस्ड सीसीडी देशभर में सैंकड़ों स्टोर चलाती है और कई बड़ी कंपनियों को टक्कर देती हैं। सीसीडी में लगभग 1,700 कैफे, लगभग 48,000 वेंडिंग मशीन, 532 कियोस्क और 403 ग्राउंड कॉफी बेचने वाले आउटलेट हैं।
वीजी सिद्धार्थ सीसीडी के आधिकारिक अध्यक्ष थे, लेकिन 2008 से सीसीडी के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को मालविका द्वारा संभाला जा रहा है। वह सीसीडी में 4% इक्विटी शेयरों की मालिक हैं। मालविका एक प्रकृति प्रेमी और उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर 3000 से ज्यादा पेड़ लगाए थे।