AIIMS के निर्देशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया, स्कूल कब से जा सकेंगे बच्चे?

punjabkesari.in Monday, Jun 28, 2021 - 03:30 PM (IST)

जहां भारत में कोरोना की दूसरी लहर थमती हुई नजर आ रही हैं वहीं कोरोनी की तीसरी लहर से पहले सरकार ने वेक्सीनेशन अभियान को औऱ तेज कर दिया है।  उधर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि बच्चों के लिये कोविड-19 रोधी टीकों की उपलब्धता एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी और इससे स्कूल खुलने एवं उनके लिए बाहर की गतिविधियों के लिये मार्ग प्रशस्त होगा।

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 सितंबर तक सामने आ जाएंगे परीक्षण के आंकड़ें-
रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन के 2 से 18 साल आयुवर्ग के बच्चों पर किये गए दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण के आंकड़ों के सितंबर तक आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि औषधि नियामक की मंजूरी के बाद भारत में उस समय के आस-पास बच्चों के लिये टीके उपलब्ध हो सकते हैं।

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फाइजर का टीका- 
डॉ. गुलेरिया ने शनिवार को बताया कि उससे पहले अगर फाइजर के टीके को मंजूरी मिल गई तो यह भी बच्चों के लिये एक विकल्प हो सकता है। 

जायडस कैडिला का टीका-
इसके अलावा, सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दवा निर्माता कंपनी जायडस कैडिला के भी भारत के औषधि महानियंत्रण के समक्ष अपने कोविड-19 रोधी टीके ‘जायकोव-डी’ के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिये आवेदन किए जाने की उम्मीद है। कंपनी का दावा है कि इस वयस्कों और बच्चों दोनों को दिया जा सकता है।

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स्कूलों को फिर से खोलना होगा-
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि इसलिए, अगर जायडस के टीके को मंजूरी मिलती है तो यह भी बच्चों के लिए एक बेहतर विकल्प होगा। इसके आगे उन्होंने कहा कि बीते डेढ़ साल में कोविड-19 महामारी के कारण पढ़ाई में हुए व्यापक नुकसान हुआ है। उनका कहना है कि स्कूलों को फिर से खोलना होगा और टीकाकरण इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि महामारी से उबरने का रास्ता टीकाकरण ही है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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