बच्चे के कमरे में करे ये बदलाव, खुल जाएंगे सफलता के रास्ते!
punjabkesari.in Saturday, Sep 05, 2020 - 05:14 PM (IST)
हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे को जीवन की हर खुशी व सफलता मिले। ऐसे में वे अपने बच्चे के बेहतर भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं। मगर बहुत बार ऐसा भी होता है कि बच्चे अपनी पढ़ाई व करियर में सफलता पाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। मगर फिर भी वे असफल हो जाते हैं। ज्योतिष व वास्तुशास्त्र के अनुसार, बच्चे का कमरा और उसमें रखी चीजें सही दिशा में न रखने से ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वास्तु के मुताबिक बच्चे के कमरे में कुछ बदलाव करने से उसकी किस्मत के ताले खुल सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
इस दिशा में हो कमरा
बच्चे का कमरा हमेशा घर की पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में बनवाना चाहिए। इस दिशा को शांति व सकारात्मक ऊर्जा की दिशा कहा जाता है। ऐसे में यहां बच्चे का कमरा होने से उसके मन हमेशा शांत और सकारात्मक सोच रहती है। साथ ही बच्चे का पढ़ाई में मन लगता है। उसका भविष्य भी उज्जवल निकलता है।
कमरे में हो खिड़कियां
बच्चे के कमरे में खिड़कियां जरूर होनी चाहिए। ताकि सूर्य की रोशनी उसके कमरे और उस पर पड़े। कमरे में सूरज का प्रकाश आना बेहद शुभ माना जाता है। इससे उसका बेहतर तरीके से विकास होने में मदद मिलती है। साथ ताजी हवा मिलने से उसकी सेहत भी बरकरार रहेगी।
इस दिशा पर हो स्टडी टेबल
बच्चे का पढ़ाना बेहद जरूरी है। अच्छी शिक्षा हासिल करके ही वह जीवन में एक अच्छा मुकाम हासिल कर सकता है। ऐसे में उसका स्टडी टेबल हमेशा कमरे की दक्षिण-पूर्व दिशा में ही रखे। साथ में इस बात का ध्यान रखें कि पढ़ाई करने के दौरान बच्चे का मुख्य उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इस दिशा में बैठकर पढ़ाई करने से बच्चे का पढ़ने में मन लगता है। साथ ही उसे अपना लक्ष्य हासिल करने में ज्यादा मेहनेत नहीं करनी पड़ती है। इसके साथ ही किताबों को रखने के लिए हल्के रंग की अलमारी या रैक कमरे की पूर्व या उत्तर दिशा में रखे। अगर आपने टेबल लैंप रखना है तो उसे दक्षिण-पूर्व दिशा में ही रखे। साथ ही इसका रंग भी लाइट या हो सके तो सफेद ही रखे। सफेद और हल्के रंग की चीजों का प्रयोग करने से बच्चे के मन में सकारात्मक और शुद्ध विचार आने में मदद मिलेगी।
इस दिशा में सिर रख कर सोएं
शारीरिक व मानसिक शांति के लिए समय पर सोना और जागना बेहद जरूरी होता है। वास्तु के अनुसार, घर की पश्चिम दिशा में मुख्य करके सोना सही माना जाता है। इसी दिशा को प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा और समृद्धि दिलाने वाली कहा जाता है। ऐसे में इस दिशा पर सिर करके सोने से बच्चा शारीरिक, मानसिक रूप मजबूत होता है। साथ ही उसकी एकाग्रता शक्ति भी बढ़ती है।
इस दिशा में लगाए तस्वीरें
कमरे की पूर्वी दीवार पर उड़ते पक्षी, महान पुरूष, उगते सूरज,हरे-भरे पौधों की तस्वीर या पेंटिंग लगाए। इससे बच्चे में उत्साह बढ़ने के साथ पढ़ाई में मन लगता है।
इन बातों पर भी दें ध्यान
- रोजाना पूरे घर व खासतौर पर बच्चे की कमरे की सफाई करें।
- सभी कमरों में रोशनी का उचित प्रबंध हो।
- कमरे में कोई भी चीज टूटी हुई न हो। अगर कुछ टूट गया है तो उसे तुरंत कमरे से बाहर निकाल दें।
- कमरे का रंग हमेशा हल्का गुलाबी, हरा, पीला या सफेद हो। इससे बच्चे की स्मरण शक्ति बढ़ती है।
- कमरे की किसी दीवार पर मोर का पंख या उसकी तस्वीर लगा दें। इससे बच्चे की एकाग्रता शक्ति बढ़ती है। साथ ही कमरे में मौजूद नेगेटिविटी दूर होती है।