दक्षिण-पश्चिम दिशा में भूलकर भी न बनवाएं ये 5 चीजें, नहीं तो रुक जाएगी तरक्की
punjabkesari.in Tuesday, Apr 11, 2023 - 01:24 PM (IST)
वास्तु शास्त्र में सिर्फ घर में चीजें रखने का नहीं बल्कि दिशाओं का भी खास महत्व बताया गया है। इस शास्त्र की मानें तो हर दिशा में से एक ऊर्जा निकलती है। यह ऊर्जा आपके घर में नेगेटिव और पॉजिटिव दोनों तरह का असर डालती है। इसके अलावा यह एनर्जी घर में रहने वाले सदस्यों पर भी प्रभाव डालती है। दिशाओं की बात करें तो घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा भी बहुत ही खास मानी जाती है। इस दिशा को राहु-केतू की दिशा माना जाता है इसलिए यहां पर कोई भी चीज रखने से पहले सोचना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस दिशा में कुछ चीजें रखना शुभ नहीं मानी जाती हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
इस दिशा में न हो ड्राइंग रुम
घर का ड्राइंग रुम कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, यहां पर घर से बाहर आने वालों की नजर बहुत जल्दी लगती है इसके अलावा राहु केतू की यह दिशा होने के कारण लोगों के मन और व्यवहार पर भी इसका असर पड़ता है। इसलिए इस दिशा में ड्राइंग रुम बनवाना अशुभ माना जाता है।
बच्चों का स्टडी रुम
इस दिशा में बच्चों का स्टडी रुम भी नहीं बनवाना चाहिए। इस दिशा में स्टडी रुम होने के कारण बच्चों का मन भटकने लगता है और पढ़ाई में नहीं लगता। इसलिए इस दिशा में स्टडी रुम बिल्कुल भी नहीं बनवाना चाहिए।
पानी की टंकी
घर में पानी की टंकी भी इस दिशा में नहीं रखनी चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इस दिशा में टंकी रखने से घर में वास्तु दोष बढ़ने लगता है। घर में पॉजिटिव बनाए रखने के लिए आप पानी की टंकी इस दिशा में ऊपर की ओर बनवा सकते हैं।
बाथरुम
दक्षिण-पश्चिम दिशा में बाथरुम बनवाना भी शुभ नहीं माना जाता। इस दिशा में बाथरुम बनाने से घर में नेगेटिव एनर्जी का वास होता है। घर में रहने वाले लोगों की तरक्की भी रुक जाती है, सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इस दिशा में बाथरुम होने से घर के लोग हर समय बीमार रहने लगते हैं।
पूजा घर
इस दिशा में पूजा घर भी बनवाना शुभ नहीं माना जाता। यह दिशा राहु केतू की मानी जाती है ऐसे में इस दिशा में बाथरुम होने से व्यक्ति का दिल भी पूजा मेें नहीं लगता। पूजा-पाठ के दौरान व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। पूजा घर ईशान कोण में बनाना शुभ माना जाता है। इस दिशा में देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में इस दिशा में आप पूजा घर बनवा सकते हैं।