नया घर बनवाने से पहले दिशाओं का रखें खास ध्यान, नहीं तो लग जाएगा वास्तु दोष

punjabkesari.in Thursday, Feb 02, 2023 - 01:32 PM (IST)

अपना घर हर किसी का सपना होता है लेकिन यदि घर बनवाते समय वास्तु नियमों का ध्यान न रखा जाए तो आशियाने में वास्तु दोष भी लग सकता है। जिसके कारण घर में कलह-कलेश और परिवार में आपसी मतभेद भी रह सकते हैं। इसलिए इसका निर्माण करवाने से पहले कुछ वास्तु नियमों का ध्यान रखना जरुरी होता है। जिससे आशियाने में पॉजिटिव एनर्जी और मां लक्ष्मी का वास रहेगा। तो चलिए आपको बताते हैं कि नया घर बनवाते समय कौन सी दिशा में बेडरुम, मेन गेट बनवाना चाहिए... 

घर का मेन गेट 

मेन गेट पूर्व, उत्तर-पूर्व या पश्चिम दिशा में होना शुभ माना जाता है। इस दिशा में मेनगेट होने से घर में सौभाग्य और सुख-शांति का घर में वास होता है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण, उत्तर-पश्चिम या फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में प्रवेश द्वार का निर्माण करवाना चाहिए। 

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आंगन 

आंगन भी घर का मुख्य भाग माना जाता है। इसे पूर्व या उत्तर दिशा में बनवाना शुभ माना जाता है। वहीं दूसरी ओर यदि आप आंगन घर के बीच में बनवाने वाले हैं तो इसके उत्तर दिशा में पूजा घर और दक्षिण पूर्व दिशा में रसोईघर बनवा स कते हैं। आंगन घर का मुख्य बिंदू माना जाता है। इसलिए इसे ब्रह्मा स्थान भी कहते हैं। मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्मा स्थान को हमेशा साफ और खुला रखना चाहिए। 

बेडरुम 

घर के मुखिया का बेडरुम पश्चिम दिशा में होना शुभ माना जाता है। इसके अलावा शादीशुदा जोड़े का बेडरुम उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा में होना चाहिए। लेकिन बेडरुम कभी भी दक्षिण पूर्व दिशा में नहीं बनवाना चाहिए। 

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पूजा घर 

पूजा घर ईशान कोण में बनवाना चाहिए। इस दिशा में पूजा घर होने से सूर्योदय के दौरान सूर्य की किरणें घर में पड़ती है जिससे पॉजिटिव एनर्जी का घर में वास होता है। इसके आसपास या ऊपर नीचे कभी भी शौचालय या स्नान घर नहीं बनवाना चाहिए. 

बाथरुम 

बाथरुम उत्तर-पश्चिम या फिर उत्तर कोने में होना चाहिए। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी का वास होता है। उत्तर-पूर्व या पूर्व में बाथरुम नहीं बनवाना चाहिए इससे घर में नेगेटिव एनर्जी का वास हो सकता है और आपको जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

किचन 

किचन दक्षिण-पूर्व दिशा में होना अच्छा माना जाता है। इसके अलावा स्टोव, चूल्हा, बर्नर या किचन में इस्तेमाल प्रयोग होने वाले अग्नियंत्र  पूर्व दिशा में होने चाहिए। किचन में नल, वॉश बेसिन उत्तर-पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है। 

ड्राइंग रुम 

ड्राइंग रुम उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। घर की उत्तर दिशा में अतिथियों का कमरा बनवाना शुभ माना जाता है। यहां पर फैमिली की तस्वीर, दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है। ड्राइंग रुम की दीवारों पर हल्का रंग करवाना चाहिए। 

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palak

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