बैसाखी पर लगाई पुण्य की डुबकी, इस दिन गंगा में स्नान करने से संवर जाती है किस्मत
punjabkesari.in Saturday, Apr 13, 2024 - 04:50 PM (IST)
उत्तराखंड की धर्म नगरी हरिद्वार में बैसाखी का पर्व पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। हर की पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। देश भर से आये श्रद्धालुओं ने स्नान करके मां गंगा की आराधना भी की कि उनका जीवन शांतिपूर्वक बीते और जिस तरह से ईश्वर द्वारा उनपर कृपा की गयी है वो आगे भी बनी रहे तथा धरती मां इसी तरह से फसल प्रदान करती रहे।
दरअसल बैसाखी के अवसर पर गेहूं की फसल तैयार हो जाती है और इस दिन से फसल कटनी शुरू हो जाती है जबकि इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना भी की गयी थी। यही वजह है कि यह पर्व पंजाबी समुदाय में खासी धूमधाम से मनाया जाता है। बैसाखी पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। स्नान का महत्व होने से हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आये और मां गंगा का स्नान कर दान ,भंडारा आदि कर रहे हैं।
कहा जाता है कि वैशाख मास पूरा का पूरा ही भगवान को बड़ा पुण्यदायी और प्रिय है प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक वैशाख में किसी ना किसी प्रकार के तीर्थ पर जाकर स्नान के द्वारा जल में स्नान करने से बड़ा पुण्य प्राप्त होता है ऐसे लोग जिन लोगों ने प्रारब्ध में भी जीवन में कभी कोई पाप किया हो उस जल मात्र में स्नान करने मात्र से उनके पाप नष्ट होने शुरू हो जाते हैं। साथ ही उनके पुण्य के प्रभाव से व्यक्ति जीवन में सफल होना शुरू हो जाता है, परंतु इस वैशाख संक्रांति का विशेष तौर पर महत्व है जिसे हम वैशाखी कहते हैं बड़ा पूण्य दाई बताया गया है।
जिन लोगों को अपने कामों में अनिश्चितता आती है वह आ कर गंगा स्नान करके दान करते हैं। अगर आप गंगा तट पर नहीं जा सकते तो आपने स्नान के जल में ही गंगा का ध्यान करते तुलसी पत्र डालकर उसमें स्नान करें तो आपको हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करने जैसा फल प्राप्त हो जाएगा उसको स्नान करने के पश्चात में दान करे तो पुण्य लाभ मिलता है ।
वैशाखी पर हरिद्वार में आकर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि इस अवसर पर गंगा स्नान करने का खासा महत्व है। वे मानते हैं कि मां गंगा में स्नान करने से मां गंगा सबका कल्याण करती है और मनचाही मुराद पूरी करती है और मोक्ष प्रदान करती है।