बद्रीनाथ के पास मेरे नाम का मंदिर? उर्वशी के दावे का हो गया पर्दाफाश, जानें पूरी सच्चाई
punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 03:59 PM (IST)

नारी डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने हाल ही में एक इंटरव्यू में दावा किया था कि उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के पास उनका मंदिर है, जहां लोग उनकी पूजा करने आते हैं। इस दावे के बाद से सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हो गईं। हालांकि, इस दावे की पड़ताल करने पर यह पूरी तरह से गलत साबित हुआ।
उर्वशी रौतेला का दावा
उर्वशी रौतेला ने यूट्यूबर सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक पॉडकास्ट में कहा था, "बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन करने जाओगे तो उसके बाजू में एक टेंपल है, उर्वशी।" जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मंदिर उनके लिए समर्पित है, तो उन्होंने हां कहा।
ये हैं उर्वशी रौतेला, जो कहती हैं कि उत्तराखंड में उनको डेडिकेटेड मंदिर है।
— Devbhoomi Dialogue (@Devbhoomidialo) April 18, 2025
उनकी चाहत है साउथ इंडिया में भी उनका मंदिर बने
सच ये है कि चमोली के बामणी गांव का मां उर्वशी मंदिर अप्सरा को समर्पित है।#UrvashiRautela #Uttarakhand pic.twitter.com/RCcgCvX9tr
मां उर्वशी मंदिर की असलियत
मां उर्वशी मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले के बामणी गांव में स्थित है, जो बद्रीनाथ धाम से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। यह मंदिर पौराणिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। एक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु की जांघ से उर्वशी का जन्म हुआ था, और उन्होंने इस क्षेत्र में कुछ समय बिताया था।
तीर्थ पुरोहितों की प्रतिक्रिया
उर्वशी रौतेला के इस दावे पर तीर्थ पुरोहितों ने आपत्ति जताई है। पूर्व धर्माधिकारी भुवन नौटियाल ने कहा कि देवी के मंदिर को अपने नाम से जोड़ना ठीक नहीं है। अमित सती, ब्रह्मकपाल तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष ने कहा कि उर्वशी को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए, वरना परिणाम के लिए तैयार रहें।
उर्वशी रौतेला का उत्तराखंड से संबंध
उर्वशी रौतेला मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार शहर से हैं। उनके माता-पिता कोटद्वार में रहते हैं, जबकि उर्वशी मुंबई में निवास करती हैं। उत्तराखंड से उनका गहरा संबंध है, और वह समय-समय पर यहां आती रहती हैं।
उर्वशी रौतेला का यह दावा पूरी तरह से गलत है। मां उर्वशी मंदिर पौराणिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है, और इसे किसी एक व्यक्ति के नाम से जोड़ना उचित नहीं है। उर्वशी को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए।