Tulsi Vivah में रखें इन बातों का ध्यान, वरना नहीं मिलेगा व्रत का फल

punjabkesari.in Sunday, Nov 02, 2025 - 04:52 PM (IST)

नारी डेस्क:  कार्तिक माह के पावन दिन चल रहे हैं।इस दौरान तुलसी विवाह का पर्व भी मनाया जाता है, जिसमें  सूर्यास्त के बाद तुलसी जी का शालिग्राम जी से विवाह कराया जाता है। इस बार 2 नवंबर को ये त्योहार मनाया जाएगा। कहते हैं कि सुहागन महिलाओं को तो ये व्रत जरूर रखना चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियां दूर होती हैं। अगर आप भी तुलसी विवाह करना चाहते हैं तो आइए आपको बताते हैं इससे जुड़े नियम जिससे आपको भगवान विष्णु  शुभ फल देंगे।

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तुलसी विवाह में रखें इन बातों का ध्यान

 तुलसी विवाह करते समय तुलसी गठबंधन के लिए लाल चुनरी और पीला कपड़े का ही इस्तेमाल करें।  भगवान विष्णु की ओर पीला भाग और तुलसी जी की ओर लाल रंग रखें।   पूजा के समय अपने हाथों से अक्षत लेकर दक्षिण की ओर खड़ा होकर अक्षत भगवान विष्णु को अर्पित करें। तुलसी विवाह के दिन तुलसी पर जल ना चढ़ाएं, धार्मिक मान्यता है कि इस दिन देवी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।  महिलाएं  तुलसी जी के विवाह में तिल का उपयोग करें।  तुलसी जी का पौधा जिस गमले में लगा हो,उसमें शालिग्राम भगवान को रखकर तिल चढ़ाना चाहिए।  तुलसी विवाह के दौरान तुलसी के पौधे की 11 बार परिक्रमा करनी चाहिए।  इस पूजा से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं।

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 तुलसी विवाह 2025 की तिथि और समय

पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि इस वर्ष 2 नवंबर 2025 (रविवार) को मनाई जाएगी।

द्वादशी तिथि की शुरुआत: 2 नवंबर सुबह 7:33 बजे

द्वादशी तिथि का समापन: 3 नवंबर सुबह 2:07 बजे

उदया तिथि के अनुसार तुलसी विवाह 2 नवंबर 2025 को ही मनाया जाएगा। यह वही दिन है जब भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं और चार महीने बाद संसार में शुभ कार्यों की पुनः शुरुआत होती है।

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Content Editor

Priya Yadav

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