Mrs. Chatterjee Vs Norway का ट्रेलर देखकर आंसू नहीं रोक पाई आलिया, मां के दमदार रोल में नजर आई रानी
punjabkesari.in Thursday, Feb 23, 2023 - 06:55 PM (IST)
बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी की आने वाली फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेस नार्वे का ट्रेलर रिलीज हो गया है, जिसे देखकर हर किसी मां की आंखों में आंसू आ जाएंगे। फिल्म‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे‘सच्ची घटना पर आधारित है। यह एक इंडियन कपल की सच्ची कहानी है, जिनके बच्चे को साल 2011 में नॉर्वेजियन वेलफेयर सर्विस द्वारा छीन लिया गया था। इस फिल्म में रानी मां के दमदार रोल में नजर आ रही है।
इस फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि रानी मुखर्जी अभी तक के अपने सबसे बेस्ट वर्जन में नज़र आ रही हैं। ऐसे में करण जौहर और आलिया भट्ट भी उनकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए। करण जौहर ने इस फिल्म में रानी मुखर्जी के अभिनय को अब तक का सबसे बेस्ट अभिनय कहते हुए एक बड़ा सा नोट लिखा है।
करण ने अपने पोस्ट में लिखा- “मैं स्वाभाग्यशाली हूं कि मुझे इस इमोशनल फिल्म को देखने का सौभाग्य मिला। यह रानी मुखर्जी की अब तक की सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस है। उन्होंने काफी शानदार काम किया है और हर मुझे नहीं लगता कि कोई भी मां इस कहानी को देखने के बाद इसके इमोशन से इफेक्ट नहीं होगी। यह एक ब्रिलियंट फिल्म है। इसके अलावा करण ने निर्माता एम्मे एंटरटेनमेंट और डायरेक्टर आशिमा छिब्बर की तारीफ की है।
आलिया भट्ट ने भी इस फिल्म की तारीफ में लिखा- , “रो रही हूं। क्या ट्रेलर”।अर्जुन कपूर ने भी फिल्म के ट्रेलर की प्रशंसा करते हुए लिखा-, “ये हमारे पास एक सच्ची कहानी है उस अप्रवासी मां की जो अपने बच्चे की लड़ाई के लिए लड़ती है। इस ट्रेलर और इसकी कहानी के भावनात्मक पक्ष के बाद मैं अंदर से हिल गया। मिस्टर चटर्जी वर्सेज़ नॉर्वे का बेशब्री से इंतज़ार है। इसके लिए पूरी टीम को प्यार और शुभकामनाएं।
बता दें कि साल 2011 में नॉर्वे बाल कल्याण सेवा ने अनुरूप और सागरिका भट्टाचार्य के दो बच्चों को फॉस्टर केयर में भेज दिया था। इस कपल ने अपने बच्चों को वापस हासिल करने पूरे एक देश से लड़ाई लड़ी थी। इस फिल्म में उनके संघर्ष को दिखाया गया है। ट्रेलर में देख सकते हैं कि रानी अपने पति और दो बच्चों के साथ नॉर्वे में रहती हैं। फिर कुछ समय बाद बाल सुरक्षा सेवाओं के लोग उनसे उनके बच्चों को छीन लेते हैं। उसके बाद वो नॉर्वे और भारत की अदालतों में अपने बच्चों के लिए लड़ती हैं।