गले की खराश-दर्द और सूजन की वजह Tonsils Infection, दवाई से ज्यादा घरेलू नुस्खे असरदार

punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 06:04 PM (IST)

नारी डेस्कः बदलते मौसम में इस समय गले दर्द, सर्दी-जुकाम और बुखार जैसे फ्लू इंफेक्शन तेजी से फैल रहे हैं। इस दौरान गले दर्द और टॉनिसल में सूजन के भी मामले काफी सुनने को मिल रहे हैं। गले की खराश और सूजन इस समय बहुत परेशान कर रही हैं लेकिन टॉन्सिल का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि संक्रमण (Tonsillitis) कितना हल्का या गंभीर है। कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए और क्या सावधानियां रखनी चाहिए इस बारे में सही जानकारी होना जरूरी है।

टॉन्सिल क्या है?

गले के अंदर दो छोटे मांस के गोले होते हैं जिन्हें टॉन्सिल कहते हैं। जब इनमें सूजन, दर्द या इंफेक्शन हो जाता है तो इसे टॉन्सिलाइटिस कहते हैं।

टॉन्सिल का इलाज क्या है? (Tonsils Treatment in Hindi)

टॉन्सिल का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि आपके गले में इंफेक्शन है कितनी, अगर टॉन्सिल हलके हैं तो इसका इलाज घर पर आसानी से किया जा सकता है। 

हल्के टॉन्सिल में घर पर इलाज

ये उपाय हल्के से मध्यम टॉन्सिल के लिए बहुत असरदार होते हैंः

गुनगुने पानी से गरारा करेंः एक गिलास गुनगुने पानी में ½ चम्मच नमक डालें। ऐसा दिन में 3–4 बार करें। इससे सूजन, दर्द और इंफेक्शन कम होगा।

हर्बल चाय पिएंः तुलसी की चाय, अदरक की चाय, हल्दी वाला दूध पीएं। इससे गले की जलन और बैक्टीरिया कम करता है

भाप लेनाः भाप लेने से गले में नमी आती है और दर्द कम होता है

हाइड्रेशनः खूब पानी, सूप, नारियल पानी पीएं। इससे सूजन कम करने में मदद मिलती है। 
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टॉन्सिल के लिए दवाएं (Doctor द्वारा दी जाने वाली)

एंटीबायोटिकः अगर बैक्टीरिया की वजह से टॉन्सिल हुआ है, डॉक्टर एंटीबायोटिक देते हैं।  इन्हें बीच में छोड़ना नहीं चाहिए, पूरा कोर्स पूरा करें।

पेन किलर / एंटी-इंफ्लेमेटरी के लिए आप पेरासिटामोल, इबुप्रोफेन ले सकते हैं लेकिन ये सब दवाइयां डॉक्टरी सलाह से करेंगे तो बेहतर रहेगा। यह  दर्द, बुखार और सूजन कम करते हैं।

एंटीसेप्टिक गार्गलः डॉक्टर कभी-कभी मेडिकल गार्गल भी देते हैं।

बार-बार होने वाले टॉन्सिल का इलाज

अगर आपको साल में 5–7 बार टॉन्सिल होता है और बहुत ज्यादा सूजन हो रही है।  सांस लेने / खाने में दिक्कत हो तो डॉक्टर टॉन्सिल हटाने की सर्जरी (Tonsillectomy) का सुझाव दे सकते हैं।  यह एक आम और सुरक्षित प्रक्रिया है।

टॉन्सिल के घरेलू देसी नुस्खे

हल्दी वाला गर्म दूधः यह सूजन कम करता है और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है।
मुलेठीः मुलेठी के टुकड़े को धीरे-धीरे चूसें, यह गले को आराम देता है।
शहद + अदरक का रस (1 चम्मच शहद + ½ चम्मच अदरक): गले की सूजन और खराश कम होगी। लौंग का पानी, लौंग उबालकर पानी पिएं। बैक्टीरिया कम करता है।
काली मिर्च + तुलसी काढ़ा पीने से खांसी और गले की सूजन में राहत मिलती है।

टॉन्सिल में क्या न करें?

ठंडा पानी और आइसक्रीम ना लें।
तली-भुनी चीजों से परहेज करें।
दही रात में ना खाएं।
तेज मसालेदार खाना ना खाएं।
धूल, धुआँ, प्रदूषण इससे भी गले की सूजन बढ़ती है इससे बचने के लिए मास्क पहनें। 

बच्चों के टॉन्सिल में क्या करें?

गुनगुना पानी
हल्का सूप
भाप
शहद (1 साल से ऊपर के बच्चों को)
ठंडा खाने से बचाएं।

डॉक्टर को कब दिखाएं?

3–4 दिन तक आराम न मिले।
गला पूरी तरह बंद होना
सांस लेने में दिक्कत
मुंह खोलने में दिक्कत
तेज बुखार (103°F से ऊपर)
बार-बार टॉन्सिल होना

नोटः याद रखिए की वैसे तो टॉन्सिल आम समस्या है और ज्यादातर मामलों में घरेलू इलाज और दवाओं से ठीक हो जाता है। लेकिन बार-बार होने वाले टॉन्सिल या बहुत ज्यादा सूजन में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।


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Content Writer

Vandana

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