Parenting Tips: इस कारण बच्चे को होते हैं टॉन्सिलाइटिस, जानें लक्षण और बचाव

punjabkesari.in Wednesday, Mar 16, 2022 - 11:11 AM (IST)

टॉन्सिलिटिस बच्चों में होने वाला एक संक्रमण है, जो गले में मौजूद टॉन्सिल पर गहरा असर डालता है। एक्सपर्ट अनुसार, हमारे शरीर में मौजूद टॉन्सिल एक फिल्टर की तरह काम करता है, जो बैक्टीरिया और कीटाणुओं को बॉडी के अंदर जाने से रोकता है। ये वायरस शरीर में जाकर संक्रमण व सूजन की परेशानी पैदा कर सकते हैं। इसके कारण गले में दर्द, खाने निगलने में दिक्कत होना आदि परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में बच्चों को टॉन्सिलिटिस की समस्या होने पर बिना देरी किए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके साथ ही आप कुछ देसी नुस्खे अपनाकर बच्चों को इससे आराम दिला सकते हैं। चलिए आज हम आपको टॉन्सिलिटिस के प्रकार, लक्षण व बचाव के तरीके बताते हैं...

टॉन्सिलिटिस के प्रकार

आमतौर पर टॉन्सिलिटिस तीन प्रकार के होते हैं। इसके साथ ही ये अलग-अलग स्तर पर मरीज को प्रभावित कर सकते हैं।

. तीव्र टॉन्सिलिटिस- इस तरह के टॉन्सिलिटिस 3-4 दिनों से लेकर 2 सप्ताह तक परेशान कर सकते हैं।

 

. आवर्तक टॉन्सिलिटिस- साल में कई बार टॉन्सिलिटिस की समस्या होने पर बच्चों को आवर्तक टॉन्सिलिटिस की शिकायत हो सकती है।

 

. क्रोनिक टॉन्सिलिटिस- बच्चों को लंबे समय तक टॉन्सिल का संक्रमण होने से क्रोनिक टॉन्सिलिटिस की परेशानी हो सकती है।

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टॉन्सिलाइटिस के लक्षण

. गले में सूजन

. मुंह से सांस लेने में परेशानी होना

. गले में दर्द और लाल टॉन्सिल

. बुखार

. सिर और कान में दर्द

. भूख में कमी या ना लगने की परेशानी

. टॉन्सिल पर एक सफेद या पीली परत जम जाना

. गले पर दर्दनाक छाले होना और निगलने में परेशानी आना

.  गर्दन या जबड़े में सूजन की समस्या

. बोलने में परेशानी आना

.  गर्दन में अकड़न महसूस होना

टॉन्सिलाइटिस का इलाज

अगर बच्चे के गले में सूजन हो और टॉन्सिल लाल या पीला रंग का नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। संक्रमण के लक्षण जैसे बुखार, कान या नाक में दर्द होनेप पर भी आप बच्चे के टेस्ट करवा सकते हैां। इसके लिए डॉक्टर गले के स्वाब का टेस्ट, ब्लड टेस्ट या संक्रमण से जुड़े लक्षणों के लिए जांच कर सकते हैं।

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टॉन्सिलाइटिस ठीक करने के घरेलू उपाय

. बच्चे को ज्यादा से ज्यादा आराम करवाएं। कई बार आराम न मिलने पर परेशानी बढ़ने का खतरा रहता है।

. उनकी डाइट में गर्म तरल पदार्थ अधिक शामिल करें।

. आप गले में सेंक भी दे सकते हैं।

. बच्चे को सॉफ्ट खाना ही खिलाएं ताकि उनके गले में भोजन फंसे ना। इसके साथ ही गले को आराम मिल पाएं।

. गुनगुने पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से भी गले की सूजन व दर्द कम हो सकती है।

. बच्चों को ठंडी चीजें खिलाने से बचें। इससे टॉन्सिलाइटिस बढ़ने का खतरा रहता है।

 

 


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Content Writer

neetu

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