Over-Possessive होने से बढ़ जाती है पार्टनर से दूरियां, इन 5 टिप्स से बनाएं रिश्तों की डोर मजबूत
punjabkesari.in Friday, Dec 30, 2022 - 06:22 PM (IST)
पेजसिव होना अच्छी बात है, लेकिन जब आप ओवर पजेसिव हो जाते हैं, तो कोई भी रिश्ता खराब हो सकता है। ऐसे रिश्तों में पार्टनर का दम भी घुटने लगता है और ब्रेकअप हो जाता है। पजेसिव होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे जलन, ट्रॉमा और असुरक्षा की भावना। कई मामलों में देखा गया है कि बचपन में मां-बाप की उपेक्षा के कारण ही कोई व्यक्ति पजेसिव हो जाता है। लेकिन इससे आपके रिश्ते और पार्टनर दोनों को नुकसान पहुंच सकता है। पार्टनर पर शक करना, जलन महसूस करना या ज्यादा सवाल पूछना पजेसिवनेस के लक्षण हैं। पार्टनर के साथ रिश्ता प्यार और सम्मान का होता है, इसमें आसानी से दरार आ सकती है, इसलिए रिश्ता खराब होने से पहले ही खुद को ओवर पजेसिव होने से रोक लें तो बेहतर होगा। आईए आपको कुछ टिप्स देते हैं जिससे आपको अपनी पजेसिवनेस को कम करने में आसानी होगी...
1. अपनी लाइफ जिएं
हर किसी का अपना शौक, नौकरी और समाजिक जीवन होता है। पार्टनर के साथ समय बिताना अच्छी बात है, लेकिन कुछ समय अपनी पर्सनल लाइफ को भी देना चाहिए। इससे रिश्ते में नयापन होगा और बात करने के लिए भी कई नए टॉपिक्स मिल सकते हैं।
2. अपनी मर्जी न थोपें
यदि आप ये महसूस करते हैं कि आपका पार्टनर आपसे प्यार नहीं करता या ईमानदार नहीं है तो उतना ही आप उसे डराने का प्रयास करेंगे। कोई भी व्यक्ति रिश्ते में बंधकर नहीं रहना चाहता, इसलिए स्वंय के मन में उपजी चिंताओं और आशंकाओं को अपने पार्टनर पर ना थोपें। अपने पार्टनर पर विश्वास करें और उन्हें समझने का प्रयास करें।
3.जलन ना होने दें हावी
जलन न केवल एक रिश्ते को मार देती है बल्कि आपको अपने दैनिक जीवन में घृणा और कड़वाहट का एहसास भी कराती है। इसलिए स्वंय के नेगेटिव बिहेवियर को पॉजिटिव फीलिंग में बदल दें। यदि आपका पार्टनर आपके साथ खुश है तो जलन को मन से निकाल दें।
4.एंग्जाइटी को करें शांत
एंग्जाइटी के चक्कर में पार्टनर को परेशान न करें। चिंता को शांत करने के लिए माइंडफुलनेस और प्राणायाम का अभ्यास करें। एंग्जाइटी कई बार रिश्ते में दरार पैदा कर सकती हैं, इसलिए कुछ समय अकेले बिताएं और खुद पर फोकस करें।
5. एक-दूसरे के दोस्तों को जानें
बेवजह की जलन को रोकने का एक शानदार तरीका है और वो है पार्टनर के दोस्तों के साथ मेलजोल बढ़ाना। इससे रिश्तों में शक की गुंजाइश नहीं होगी और रिश्ता हेल्दी होगा।