प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई के बाद भी हो जाती है इंफेक्शन, कही वजह ये तो नहीं ?
punjabkesari.in Tuesday, Jan 30, 2024 - 04:04 PM (IST)
पूरे शरीर की साफ-सफाई के साथ-साथ प्राइवेट पार्ट की सफाई करना भी जरुरी है। यदि प्राइवेट पार्ट को सही तरह से साफ न किया जाए तो यह कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकता है। प्राइवेट पार्ट सफाई के दौरान भी महिलाएं कुछ ऐसी गलतियां कर देती हैं जिसके कारण समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। तो चलिए आज आपको बताते हैं कि वजाइना की सफाई के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
साबुन न करें इस्तेमाल
वैसे तो मार्केट में कई तरह की साबुन आते हैं लेकिन प्राइवेट पार्ट में इसका इस्तेमाल न करें। इन साबुन में पीएच का स्तर काफी ज्यादा होता है। ऐसे में यह प्राइवेट पार्ट के लिए नुकसानदायक हो सकता है। मुख्यतौर पर प्राइवेट पार्ट एक ऐसा हिस्सा होता है जो बहुत ही सेंसिटिव होता है। ऐसे में यहां पर कैमिकल वाला साबुन इस्तेमाल करने से पीएच का स्तर बढ़ सकता है। पीएच खराब होने के कारण प्राइवेट पार्ट में जलन जैसी समस्या भी हो सकती है।
कॉटन की पैंटी ही डालें
हमेशा कॉटन की पैंटी ही इस्तेमाल करें। इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि अंडरवियर ज्यादा टाइट न हो। यदि अंडरवियर ज्यादा टाइट न हो तो स्किन में इरिटेशन और जलन जैसी समस्या हो सकती है। मुख्यतौर पर पीरियड्स में कॉटन की पैंटी ही डालें इससे आपको आराम भी मिलेगा और खुजली की समस्या भी नहीं होगी।
प्यूबिक हेयर करें साफ
प्यूबिक हेयर भी काफी हद तक आपको इंफेक्शन से बचाने में मदद कर सकते हैं। हालांकि इन्हें साफ करते समय शेविंग रेजर या फिर वैक्स में से किसी एक चीज को ही इस्तेमाल करें। यदि आप रेजर इस्तेमाल करती हैं तो इसे डिसइंफेक्ट करके ही इस्तेमाल करें। बार-बार एक ही ब्लेड इस्तेमाल न करें। इससे भी इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
गर्म पानी न करें इस्तेमाल
वजाइना को साफ करने के लिए बहुत ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल न करें। इससे आपकी स्किन ड्राई हो सकती है और खुजली की समस्या पैदा हो सकती है। ऐसे में वजाइना को साफ करने के लिए हमेशा हल्का गुनगुना पानी ही इस्तेमाल करें।
पीरियड्स के दौरान जरुर करें सफाई
पीरियड्स के दिनों में पैंटी, पैड्स, मैंस्ट्रुअल कप इन सभी चीजों की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। ध्यान रखें कि अनहाइजीन का असर जल्दी न दिखता हो लेकिन लंबे समय में ये प्राइवेट पार्ट्स की सेहत को नुकसान पहुंचाता है जिसके कारण इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।