7 कत्ल, 6 को मारने की कोशिश... हवा से भरा इंजेक्शन लगाकर बच्चों की जान लेती थी ये नर्स

punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2023 - 10:46 AM (IST)

 ब्रिटेन में एक अस्पताल की नर्स को सात शिशुओं की हत्या करने और छह अन्य शिशुओं की हत्या की कोशिश करने का दोषी पाया गया। लूसी लेटबी (33) पर आरोप है कि वर्ष 2015 से 2016 के बीच उत्तर पश्चिम इंग्लैंड में ‘काउंटेस ऑफ चेस्टर' अस्पताल में काम करने के दौरान उसने पांच शिशुओं (बालक) और दो बालिका शिशुओं की हत्या कर दी थी, जबकि छह अन्य शिशुओं की हत्या करने की कोशिश की।

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नर्स पर आरोप है कि उसने रक्त प्रवाह में हवा पहुंचाने, ‘नैसोगैस्ट्रिक ट्यूब' के माध्यम से उनके पेटों में हवा और दूध पहुंचाने समेत विभिन्न तरीकों से इन नवजात शिशुओं को जान-बूझकर नुकसान पहुंचाया। उस पर यह भी आरोप है कि उसने शिराओं के माध्यम से दिये जाने वाले पोषण में इंसुलिन मिलाया जिसने शिशुओं के शरीर में जहर का काम किया तथा सांस वाली नलियों में छेड़छाड़ की। हालांकि, नर्स ने सभी आरोपों से इनकार किया है। 

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लूसी लेटबी ​​​​​को कमजोर बच्चों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था। उसने हत्या के ऐसे तरीकों का इस्तेमाल किया, जिनसे कोई खास सबूत नहीं छूटा। लूसी के साथ काम करने वालों ने बताया कि बच्चों की मौत तब हुई, जब लुसी शिफ्ट में थी। कुछ नवजात बच्चों पर उसी समय हमला हुआ ,जब उनके माता-पिता पालने में छोड़कर गए। बता दें कि उत्तरी इंगलैंड के एक अस्पताल में कार्यरत भारतीय मूल का एक बाल चिकित्सक उन लोगों में शामिल है जिनकी मदद से ब्रिटिश अदालत ने एक नर्स को सात शिशुओं की हत्या का दोषी ठहराया।

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 चेस्टर के ‘काउंटेस ऑफ चेस्टर' अस्पताल के चिकित्सक रवि जयराम ने कहा कि इस पूर्व नर्स के बारे में यदि उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया गया होता और पुलिस को खबर दी गयी होती तो कुछ शिशुओं की जान बचायी जा सकती थी।  जयराम ने फैसले के बाद कहा- ‘‘ मैं वाकई मानता हूं कि चार या पांच बच्चे , जो आज स्कूल जा रहे होते, (इस दुनिया में) नहीं हैं।'' 

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 ब्रिटेन की क्राउन प्रोस्यूक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने बताया कि 2015 और 2016 के बीच अस्पताल के नवजात वार्ड में कुल 13 शिशुओं पर गुपचुप तरीके से हमला करने के लिए लेटबी ने कई तरीके अपनाए।  लूसी लेटबी (33) ने रक्त प्रवाह में हवा पहुंचाने, ‘नैसोगैस्ट्रिक ट्यूब' के माध्यम से उनके पेट में हवा और दूध पहुंचाने समेत विभिन्न तरीकों से इन नवजात शिशुओं को जान-बूझकर नुकसान पहुंचाया। सीपीएस का कहना है कि लेटबी का मकसद शिशुओं की जान लेना होता था, लेकिन वह अपने सहकर्मियों को यह विश्वास दिलाती थी कि मौतें प्राकृतिक रूप से हुई हैं। 


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Content Writer

vasudha

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