किचन में पड़ी यह वस्तु बना देगी आपको मालामाल!
punjabkesari.in Tuesday, Feb 25, 2020 - 12:44 PM (IST)
घर में अस्थ-व्यस्त पड़ी चीजें जीवन में वास्तु दोष की वजह बनती हैं। कपड़े और बर्तन ये ऐसी दो चीजे हैं जिनका कनेक्शन खास वास्तु से है। किचन में पड़ी वस्तुओं को यदि ठीक ढंग से न रखा जाए, तो जीवन में नुकसानदयी परिणाम फेस करने पड़ सकते हैं। जैसे कि घर में बीमारी, दरिद्रता और पैसा का नुकसान आपको झेलना पड़ सकता है।
किचन में जो वस्तु सबसे ज्यादा मायने रखती है, वह है तवा। वास्तु की मानें तो तवा और कढ़ाही दोनों राहु का प्रतीक माने जाते हैं। जिस वजह से इसे झूठा छोड़ना घर में कई तरह की परेशानियों की वजह बनता है। ऐसे में जरुरी है रसोई घर की स्वच्छता का हमेशा ध्यान रखा जाए, ताकि आप जीवन में आने वाली तमाम परेशानियों से बचे रहें। जैसे कि...
तवा
रात का खाना पकाने के बाद अक्सर महिलाएं तवे को बिना धोए, उल्टा करके शेल्फ के नीचे रख देती हैं। मगर ऐसा करना वास्तु की दृष्टि से सही नहीं होता, खाना पकाने के बाद तवे को हमेशा धोकर, सुखाकर रसोई के कैबीनेट में रखना चाहिए। अगर कैबिनेट नहीं है तो आप इसे किसी कपड़े के साथ ढककर भी रख सकती हैं। ऐसा करने से जीवन में धन की कोई कमी नहीं रहेगी।
तवे को क्यों न रखें उल्टा..
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तवा राहु का प्रतीक माना जाता है। राहु से जुड़ी किसी भी चीज को पलटकर रखना जीवन के लिए अशुभ माना जाता है, जिससे घर में नकारात्मक एनर्जी प्रवेश करती है।
तवा रखने की दिशा
चपाती पकाकर , तवा साफ करने के बाद, उसे हमेशा दाईं ओर रखें। दाईं ओर तवा रखने से मां अन्नपूर्णा की कृपा आपके ऊपर सदैव बनी रहेगी। घर में कभी भी अन्न की कमी आपको नहीं होगी।
आवाज
तवे का खास संबंध मां लक्ष्मी से है। मां लक्ष्मी धन के साथ-साथ शांति की देवी भी मानी जाती है। उनकी तस्वीर या मूर्ति देखने पर आपने महसूस किया होगा, कि उनके चेहरे पर हमेशा एक शांति बनी रहती है। ऐसे में तवे को कभी भी जमीन पर न पटकें, न ही गर्म तवे को पानी के नीचे रखें। तवा साफ करने के लिए किसी साफ ब्रश का इस्तेमाल करें, किसी भी तीखी वस्तु के इस्तेमाल से तवे की सफाई न करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
स्पेशल टिप
जीवन में वास्तु दोष दूर करने के लिए तवे पर पकने वाली पहली रोटी हमेशा किसी जानवर या फिर पशु-पक्षी के लिए निकालें। ऐसा करने से जीवन में उत्पन्न हुए सभी वास्तु दोष अपने आप समाप्त हो जाएंगे।