भारत के इन मंदिरों में रोजाना लाखों लोगों के लिए बनता है मुफ्त में खाना
punjabkesari.in Monday, Mar 15, 2021 - 05:13 PM (IST)
किसी भूखे को खाना खिलाना दुनिया में सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है। कहते हैं यह भगवान की पूजा के बराबर होता है। इसके साथ ही किसी की जरूरत पूरी करने से अंदर से खुशी का अहसास होता है। ऐसे में बात हम अपने भारत देश की करें तो यहां पर बहुत से ऐसे मंदिर है, जहां पर रोजाना लाखों लोगों के लिए खाना बनता है। साथ ही इसे बड़े प्यार से संगत को बांटा भी जाता है। तो चलिए आपको उन मंदिरों के बारे में विस्तार से बताते हैं...
इस्कॉन मंदिर (कर्नाटक)
वैसे तो भारत में बहुत से इस्कॉन मंदिर स्थापित है। मगर कर्नाटक के हुबली में इसका मुख्य मंदिर है। कहा जाता है कि यहां पर रोजाना 5 घंटों में करीब 1,50,000 लोगों के लिए खाना तैयार किया जाता है। साथ ही इसे इस्कॉन फॉउंडेशन की ओर से वहां के ग्रामीण स्कूलों में मिड-डे मील के तौर पर लंच दिया जाता है।
तिरुपति मंदिर (आंध्र प्रदेश)
भगवान बाला जी का तिरुपति मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में है। यहां पर पूरे वर्ष लाखों की गिनती में यात्री आते हैं। ऐसे में यहां पर उन श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त में खाना बना कर खिलाया जाता है। इसे 'अन्नदानम' यानी बिना किसी स्वार्थ के सेवा करने के बराबर माना जाता है।
वैष्णो देवी (जम्मू)
यह मंदिर जम्मू व कश्मीर में वैष्णो देवी की पहाड़ी पर बना है। यहां पर हर साल लाखों लोग देवी का दर्शन करने जाते हैं। भले ही यहां की चढ़ाई बेहद कठिन है। मगर बात खाने की करें तो यहां पर जगह-जगह पर वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से छोटे-छोटे भोजनालय बनाएं गए है। ऐसे में यहां पर बिना पैसे के मुफ्त में खाना खिलाया जाता है।
अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर (चिकमंगलूर)
अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले में स्थापित है। यहां पर स्थापित देवी मां की मूर्ति ने शंख, चक्र और श्रीचक्र धारण किए हुए है। 400 साल पुराने इस मंदिर में रोजाना 3 बार भक्तों को मुफ्त में खाना परोसा जाता है।
जग्गनाथ मंदिर (पुरी)
चार धाम की यात्रा में जग्गनाथ पुरी को खास महत्व है। मान्यता है कि भगवान विष्णु जब चार धाम पर गए तो वे सबसे पहले उन्होंने बदरीनाथ में स्नान किया। फिर गुजरात के द्वारिका में कपड़े बदले। फिर ओडिशा के जग्गनाथ मंदिर में भोजन किया। साथ ही अंत में रामेश्वरम पहुंच कर आराम किया था। पुरी में भोजन करने से यहां पर 'भोग मंदिर' का खास महत्व है। माना जाता है कि यहां रोजाना हजारों लोगों को चिकनी मिट्टी के बर्तनों में तैयार खाना बांटा जाता है।