दूध से लेकर घी तक आपकी रसोई में ही है Vitamin D का खजाना,  इन नेचुरल सप्लीमेंट पर करें भरोसा

punjabkesari.in Friday, Oct 18, 2024 - 09:18 AM (IST)

नारी डेस्क: विटामिन डी शरीर के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो हड्डियों की मजबूती, इम्यूनिटी बढ़ाने, और कई अन्य महत्वपूर्ण शारीरिक क्रियाओं के लिए आवश्यक है। भारतीय रसोई में कई ऐसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थ होते हैं, जो विटामिन डी का अच्छा स्रोत हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि आपकी रसोई में विटामिन डी के कौन-कौन से नेचुरल सप्लीमेंट्स हैं और उनके फायदे क्या हैं। 

 

दूध और दूध से बने उत्पाद 

दूध, दही, पनीर, मक्खन विटामिन डी के अच्छे स्रोत होते हैं। यह हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। खासकर गाय का दूध प्राकृतिक रूप से विटामिन डी से समृद्ध होता है।
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मशरूम 

मशरूम एकमात्र पौधा है जो विटामिन डी का प्राकृतिक स्रोत है। सूर्य की रोशनी में उगाए गए मशरूम विटामिन डी से भरपूर होते हैं। ये इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

 

अंडे की जर्दी 

 अंडे की जर्दी विटामिन डी का एक प्राकृतिक स्रोत है। यह शरीर के कैल्शियम और फॉस्फोरस के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, जो हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक है। 

 

मछली 
 

 मछली, खासकर फैटी मछलियां, विटामिन डी से भरपूर होती हैं। यह हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं। मछली का तेल (फिश ऑयल) भी विटामिन डी का अच्छा स्रोत है।

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सूरजमुखी के बीज और तिल के बीज 

सूरजमुखी और तिल के बीजों में विटामिन डी के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण खनिज और विटामिन होते हैं, जो हड्डियों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं। तिल के बीज खासकर हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।

घी 

घी में विटामिन डी की मात्रा पाई जाती है। नियमित रूप से घी का सीमित मात्रा में सेवन करने से शरीर को विटामिन डी और अन्य आवश्यक वसा मिलता है, जो ऊर्जा और मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी है।

 

टोफू और सोया उत्पाद 

टोफू और सोया दूध जैसे सोया उत्पाद फोर्टिफाइड हो सकते हैं, यानी उनमें विटामिन डी मिलाया जा सकता है। यह शाकाहारी लोगों के लिए विटामिन डी का एक अच्छा विकल्प है।

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ओटमील और अनाज

फोर्टिफाइड ओटमील और अनाज जैसे कई ब्रेकफास्ट सीरियल और ओटमील विटामिन डी से फोर्टिफाइड होते हैं। यह एक आसान और पौष्टिक विकल्प हो सकता है, खासकर अगर आपके पास मछली या डेयरी उत्पाद उपलब्ध नहीं हैं।

 

विटामिन डी के फायदे

-यह हड्डियों को मजबूत बनाने और कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिसऔर हड्डियों की कमजोरी की समस्याएं दूर रहती हैं।
   
- विटामिन डी इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। यह वायरस और बैक्टीरिया से बचाव करता है।

-विटामिन डी के पर्याप्त स्तर से हृदय रोग और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का जोखिम कम हो सकता है।

-विटामिन डी का मानसिक स्वास्थ्य और मूड से गहरा संबंध है। इसकी कमी से डिप्रेशन और अन्य मानसिक समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।

-कुछ शोध बताते हैं कि विटामिन डी का सही स्तर टाइप 2 डायबिटीज और कुछ प्रकार के कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है।

 

विटामिन डी के बेहतरीन स्रोत हैं ये चीजें

विटामिन डी हमारे शरीर के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और इसकी कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। भारतीय रसोई में मौजूद प्राकृतिक खाद्य पदार्थ, जैसे कि दूध, मशरूम, अंडे की जर्दी, और मछली, विटामिन डी के बेहतरीन स्रोत हैं। इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करके आप विटामिन डी की कमी को दूर कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।


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Content Writer

vasudha

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