Women Alert: इन 5 स्वास्थ्य परेशानियों का संकेत देते हैं आपकी ठुड्डी पर बढ़ते बाल
punjabkesari.in Tuesday, Aug 24, 2021 - 03:35 PM (IST)
महिलाओं के चेहरे पर भी अनचाहे बाल होते हैं। ये बार गाल, माथे, अपर लिप्स व ठुड्डी पर होते हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए हर महीने थ्रेडिंग या वैक्सिंग का सहारा लेती है। मगर कई महिलाओं के कम समय में ही ठुड्डी पर बाल नजर आने लगते हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसके पीछे का कारण हार्मोनल बदलाव या फिर स्वास्थ्य परेशानियां हो सकता है। इसलिए समय रहते इसके होने की समस्या को पहचान कर इलाज करने में ही भलाई है। चलिए जानते हैं ठुड्डी पर बाल आने के मुख्य कारण...
पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
यह एक हार्मोनल डिसॉर्ड है जिसमें मेल हार्मोन एंड्रोजन बढ़ जाता है। इसके कारण महिलाओं को मोटापा, अनियमित पीरियड्स, एक्ने, फर्टिलिटी से जुड़ी परेशानियां और बालों की ग्रोथ में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं इस समस्या से परेशान मरीज की ठुड्डी पर बाल पर अधिक नजर आते हैं। ऐसे में इसे नजरअंदाज करने की जगह पर डॉक्टर से संपर्क करने में ही भलाई है।
कुशिंग सिंड्रोम
कुशिंग सिंड्रोम महिलाओं में होने वाला एक प्रकार का एंडोक्राइन डिसॉर्डर है। इस समस्या से परेशान महिलाओ की ठुड्डी पर तेजी से बाल बढ़ते हैं। इसके पीछे कारण शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल की अधिकता माना जाता है। कुशिंग सिंड्रोम में महिलाओं के ठुड्डी में बाल के अलावा वजन बढ़ने, डायबिटीज टाइप 2 व स्ट्रेच मार्क्स की परेशानी भी होने का खतरा रहता है।
आनुवांशिक
एक्सपर्ट्स के अनुसार, हमारी जीन्स हम पर अपना गहरा असर डालती है। ऐसे में महिलाओं की ठुड्डी पर अधिक बाल होने का कारण आनुवांशिक हो सकता है। ऐसे में अगर आपके परिवार में मां, बहन, मौसी या नानी को ठुड्डी पर बाल होने की समस्या हो तो यह परेशानी आपको भी हो सकती है।
बढ़ती उम्र का असर
जैसे कि हम सब जानते हैं कि उम्र बढ़ने का असर शरीर में भी दिखाई देता है। ऐसे में महिलाओं को मेनोपॉज (पीरियड रूकने के बाद) होने पर यह समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस उम्र में आकर शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा कम होने लगती है। ऐसे में ठुड्डी पर बाल आने की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भावस्था के कारण
बढ़ती उम्र की तरह गर्भावस्था के दौरान भी शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में इस हार्मोनल इंबैलेंस होने का खतरा रहता है। इसलिए इस अवस्था में ठुड्डी पर बाल तेजी से बढ़ने की समस्या होती हो सकती है।