अच्छा इंसान बनाने के लिए बच्चों को बचपन में ही सिखाएं ये 10 बातें
punjabkesari.in Saturday, May 02, 2020 - 09:40 AM (IST)
हम जो भी बचपन में सीखते है वे हमें जीवनभर साथ रहती है। ऐसे में मां-बाप का फर्ज बनता है कि उन्हें बचपन से ही सभी अच्छी आदतों को सीखाएं। यदि आप कम उम्र में ही बच्चों को सही और अच्छी बाते बताते और सीखाते है तो उनका आने वाला कल बेहतर से बेहतर हो होगा। ये उनमें अपार ऊर्जा का निर्माण करेंगी। इसके साथ ही वे इन बातों को अपनाओगे तो आपको सफल बनने से कोई नहीं रोक सकता। तो चलिए जानते है पेरेंट्स को कौन-कौन सी सीख बच्चों को देनी चाहिए।
समय की अहमियत समझाएं
आपको समय की अहमियत समझने की जरूरत है। बच्चों को हर काम समय पर करने की प्रेरणा दें। उन्हें समय की कीमत बताते हुए अपने और दूसरों के भी समय की कद्र करनी सीखाएं।
खेलों में ले भाग
आज के समय में बच्चे भी खेलने में रूचि कम रख मोबाइल को ज्यादा यूज करना पसंद करते है। ऐसे में उन्हें घर से बाहर निकल शारीरिक रूप से चुस्त रहने की खेल खेलने के लिए उत्साहित करें। अम खेलों से उनका दिमाग तेज होगा। इसके साथ ही खेलों को एक साथ खेलने से मिलकर काम करने यानी टीन वर्क की आदत पड़ती है। इसके साथ वे अनुशासित भी होते है।
अपनी चीजों की सफाई
अक्सर बच्चे अपने कपड़े, खिलौने, किताबें और दूसरे सामान बिखेरकर रखते हैं लेकिन इन आदतों को बचपन में ही सुधार लेना जरूरी होता है। उन्हें प्यार से साफ- सफाई की आदत डालनी चाहिए। ऐसे में उनकी ये आदत आगे चलकर उनके व्यक्तितत्व के विकास में सहायक साहित होगी।
जल्दी उठने की डालें आदत
जब असफल लोग सोते रहें होते है तब सफल लोग अपने नए-नए इरादों के साथ आगे बढ़ते जाते हैं। ऐसे में सुबह अलार्म बजने के बाद आलस या नींद के कारण आंखें जल्दी न खोलना आदि बहाने करना से कोई भी जल्दी सफल नहीं हो सकता है। इसलिए बच्चों को समय पर उठना और बिना आलस के सभी जरूरी काम करने सीखाएं।
सीखें धैर्य रखना
कई बार बच्चे चीजों को लेकर जिद करने लगते है। ऐसे में पेरेंट्स भी उनको शांत करने के लिए उनकी मांग को पूरा करने लगते हैं। मगर ऐसा करना गलत है। माता-पिता का फर्ज बनता है कि वे उन्हें धैर्य रखना सीखें।
सहयोग की भावना
बच्चों को एक-दूसरे की मदद करना सीखना चाहिए। उन्हें बताएं कि भाई-बहन के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। उन्हें समझाएं कि उनके स्वभाव से उनका व्यक्तितत्व जुड़ा होता है।
मेहनत की आदत
कई बार स्कूल से ज्यादा काम मिल जाने पर बच्चे घर के बड़ों की हैल्प लेते हैँ। चाहे पेरेंट्स को बच्चोें की हर काम में मदद करनी चाहिए। मगर बच्चोसारा काम पेरेंट्स करें और उस समय बच्चे आराम करें तो यह गलत है। ऐसे में आपको अपने बच्चों को शुरू से ही मेहनत करने की आदत डालनी चाहिए।
दूसरों से सीखें
आजकल के बच्चे हर छोटी-छोटी हात को दिल से लगा लेते है। ऐसे में उन्हें समझाएं कि किसी के कुछ कहने या सलाह देने पर उनसे नाराज होने की जगह उनसे सीख लें। चाहे दूसरों की सलाह को मानना कोई आसान काम नहीं है लेकिन यदि आप उनकी सलाह को सुनोगे और अपने कार्य में सुधार की कोशिश करोगे, तो आपका प्रदर्शन और भी निखर कर सामने आएगा।
असफलता से न डरे
बच्चों को समझाएं कि सफलता पाने के लिए अफलताओं का भी सामना करना पड़ता है। कुछ लोग असफल होने के डर से नई चीजों को करते ही नहीं हैं। ऐसा करने से आप कभी भी सफल नहीं हो पाओगे। न ही आपसे कोई गलती होगी और न ही कोई नई चीज आप सीख सकते हो। अगर जिंदगी में कुछ सीखा ही नहीं तो ऐसा जीना बेकार है। इसलिए अपने असफल कामों से शर्मिंदा होने से अच्छा उनपर गर्व फील करें। हमेशा ऐसा सोचो की एक दिन आपोक सफलता जूरर मिलेगी।
थोड़ा ज्यादा करने की करें कोशिश
आपकी कोशिश होनी चाहिए कि आप जो भी काम हाथ में ले रहें है उसे पूरी जी जान से करें। हर चीज को थोड़ा बेहतर करने की उन्हें कोशिश करने की प्रेरणा देनी चाहिए।