भारत में 6,491 कोरोना पॉजिटिव केस के बीच भी आई राहत की खबर, यहां जानिए आज का पूरा डाटा
punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 01:28 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत में कोविड-19 के मामलों में कमी आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सोमवार को सुबह 8 बजे तक 358 नए संक्रमण के मामले सामने आए, जिससे कोविड-19 के मामलों की संख्या 6,491 हो गई। राहत की बात यह है कि पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संबंधित कोई नई मौत नहीं हुई। वहीं केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहां सोमवार की सुबह सक्रिय मामलों की संख्या 1,957 तक पहुंच गई।
हल्के हैं कोविड के लक्ष्ण
इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली का स्थान है, जहां राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के लगभग 42 नए मामले सामने आए, जिससे कुल मामलों की संख्या 728 हो गई। आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, आज सुबह तक देश भर से 624 मरीज ठीक/डिस्चार्ज/माइग्रेट हो चुके हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में कोविड मामलों में मौजूदा उछाल नए ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट जैसे JN.1, NB.1.8.1, LF.7 और XFC के कारण है। इनके संक्रमण की संभावना अधिक है, लेकिन इनमें लक्षण हल्के हैं। WHO वर्तमान में इन्हें "निगरानी में रहने वाले वेरिएंट" के रूप में वर्गीकृत करता है - जो अभी तक चिंता का विषय नहीं है, लेकिन सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
अस्पतालों को दिशा-निर्देश जारी
इस बीच, कोविड-19 के लिए जिम्मेदार वायरस SARS-CoV-2 गायब नहीं हुआ है, लेकिन यह अब अप्रत्याशित आपातकाल की तरह व्यवहार नहीं करता है - बल्कि, यह फ्लू के समान बीमारियों के आवर्ती चक्र का हिस्सा बन गया है। हाल ही में हुई वृद्धि के जवाब में, केंद्र सरकार ने अस्पतालों की तैयारियों और ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता का मूल्यांकन करने के लिए विभिन्न राज्यों में मॉक ड्रिल शुरू की है। अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की है कि निगरानी प्रणाली इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रही है। वर्तमान दिशा-निर्देश सभी अस्पताल में भर्ती SARI मामलों और 5% ILI मामलों का परीक्षण करने की सलाह देते हैं।
बुज़ुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं रहें सतर्क
विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने बुज़ुर्गों, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि इन वर्गों की इम्यूनिटी (प्रतिरक्षा प्रणाली) कमजोर होती है। वहीं पहले से मौजूद बीमारियों (डायबिटीज, हार्ट, लंग डिज़ीज़) के कारण संक्रमण तेजी से फैलता है। कोविड उन्हें गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। उनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होता, जिससे वे जल्दी संक्रमित हो सकते हैं।
क्या हैं नए लक्षण?
- हल्का बुखार
-गले में खराश
-सिरदर्द
- खांसी
-शरीर में दर्द
- थकावट
-कुछ मामलों में डायरिया या सांस लेने में तकलीफ
कई मामलों में लक्षण हल्के होते हैं लेकिन लापरवाही से गंभीर रूप ले सकते हैं।
डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि "जो लोग पहले से ही किसी बीमारी से ग्रसित हैं या जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें थोड़ी सी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। बच्चों और गर्भवती महिलाओं को भी घर में ही रखें जब तक स्थिति सामान्य न हो जाए।" कोरोना का खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। सतर्क रहें, नियमों का पालन करें और खुद के साथ अपने परिवार को भी सुरक्षित रखें।