देखते ही देखते मिट्टी में मिल गए जैश और लश्कर के अड्डे, Strike से पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें आई सामने
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 09:04 AM (IST)

नारी डेस्क: भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में 25 मिनट तक ताबड़तोड़ हमले कर नौ आतंकवादी ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर आतंकवादियों के नेटवर्क की कमर तोड़ दी है। अब सैटेलाइट तस्वीरों ने पाकिस्तान में हुई तबाही का मंजर दिखाया है, जिसमें हमले से पहले और बाद का फर्क साफ नजर आ रहा है।
#WATCH | मैक्सार टेक्नोलॉजीज़ द्वारा ली गई सैटेलाइट तस्वीरों में बहावलपुर स्थित जामिया मस्जिद और पाकिस्तान के मुरीदके शहर पर भारतीय मिसाइल स्ट्राइक से पहले और बाद में हुए नुकसान को दिखाया गया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 8, 2025
(सोर्स: रॉयटर्स) pic.twitter.com/yH7b3ZJESh
ऑपरेशन सिंदूर में जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया है उनमें से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में हैं। इन ठिकानों पर आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय, भर्ती, प्रशिक्षण केन्द्र और लांचिंग पैड हैं। सीमापार की गई कारर्वाई नपी तुली, गैर उकसावे वाली एवं जिम्मेदाराना थी जिसका उद्देश्य आतंकवादी ढांचे को नेस्तनाबूद करना और आतंकवादियों को आगे किसी भी ऐसी हरकत के लिए अक्षम बनाना था। दावा किया जा रहा है कि इस कारर्वाई में पाकिस्तान के किसी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
अब हाल ही में मैक्सर टेक्नोलॉजी ने इन जगहों की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं, जिसमें भारत के हमले के पहले और बाद का मंजर दिखाया गया है। पहली तस्वीर में जामिया मस्जिद का गुंबद सही सलामत दिखाई दे रहा है, जबकि दूसरी तस्वीर में यह क्षतिग्रस्त हो चुका है। मस्जिद से कुछ ही दूरी पर बना एक ढांचा हमले के बाद पूरी तरह से तबाह हो गया है। इसके साथ ही मुरीदके पर हुए हमले की भी सैटेलाइट तस्वीर सामने आई हैं। इसमें भी आतंकियों के ढांचे को भारी नुकसान दिखाई दे रहा है।
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने बुधवार को कहा कि देश के सशस्त्र बलों को भारतीय सैन्य हमलों में निर्दोष पाकिस्तानी लोगों की मौत का बदला लेने के लिए ‘‘अपनी पसंद के समय, स्थान और तरीके से'' जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार दिया गया है। एनएससी के एक बयान में कहा गया- ‘‘भारतीय सेना द्वारा निर्दोष महिलाओं और बच्चों सहित नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाना एक जघन्य अपराध है, जो मानव व्यवहार के सभी मानदंडों और अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रावधानों का उल्लंघन है।'' इसमें कहा गया है कि एनएससी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत की ‘‘बिना उकसावे वाली कार्रवाई की गंभीरता पर ध्यान देने तथा अंतरराष्ट्रीय नियमों और कानूनों के उसके घोर उल्लंघन के लिए उसे (भारत को) जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया।''