ठंड में पीठ दर्द या बेचैनी नहीं है आम बात, ये है हार्ट अटैक का लक्षण
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 06:40 PM (IST)
नारी डेस्क: सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक और कार्डिएक इमरजेंसी के मामले बढ़ जाते हैं। कार्डियोलॉजिस्ट के अनुसार इसकी वजह ठंड का शरीर और दिल पर पड़ने वाला सीधा असर है। विशेषज्ञों की माने तो ठंडक में तापमान गिरने पर खून गाढ़ा होने और बीपी बिगड़ने से रात में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। हालांकि सही सावधानी, एक्टिव लाइफस्टाइल और समय पर जांच से हार्ट अटैक के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आइए समझते हैं विस्तार से।
सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने के कारण
ठंड लगते ही रक्त नलिकाएं संकरी हो जाती हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल पर ज्यादा जोर पड़ता है। सर्दियों में पसीना कम निकलता है और पानी कम पीया जाता है इससे खून थोड़ा गाढ़ा होता है, जिससे क्लॉट बनने का खतरा बढ़ता है। ठंड में BP नेचुरली ऊपर जाता है , ज्यादा तला-भुना और मीठा खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी बढ़ता है। फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती हैठंड की वजह से लोग एक्सरसाइज छोड़ देते हैं। इससे वजन, शुगर और BP बिगड़ सकता है—जो हार्ट के लिए रिस्की है।
कार्डियोलॉजिस्ट के बताए बचाव के टिप्स
रीर को गर्म रखें: लेयरिंग में कपड़े पहनें, सिर, छाती और हाथ-पैर ढककर रखें।
पानी पीना न भूलें: ठंड में भी पर्याप्त पानी पिएं, गुनगुना पानी बेहतर रहता है
सुबह अचानक भारी एक्सरसाइज न करें: पहले हल्की स्ट्रेचिंग, दिन चढ़ने पर वॉक या योग करें
BP और शुगर की नियमित जांच: सर्दियों में BP अचानक बढ़ सकता है,दवाएं डॉक्टर की सलाह से ही लें
हार्ट-फ्रेंडली डाइट अपनाएं: कम नमक, कम तला-भुना फल, सब्जियां, ओमेगा-3 युक्त फूड, ज्यादा घी, मक्खन और मिठाई से बचें
स्मोकिंग और शराब से दूरी: ये ठंड में दिल पर ज्यादा बुरा असर डालते हैं
हार्ट अटैक के चेतावनी संकेत (अनदेखा न करें)
-सीने में दर्द या दबाव
-बाएं हाथ, जबड़े या पीठ में दर्द
-सांस फूलना
-ठंडा पसीना, चक्कर, उलझन
ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत अस्पताल पहुंचें।

