क्रिकेटर मिताली राज की लुक में नजर आई तापसी, जानिए इनकी लाइफ स्टोरी

punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2020 - 12:32 PM (IST)

बॉलीवुड में पिछले काफी समय से बॉयोपिक फिल्म का काफी क्रेज छाया हुआ है। हर साल कई फिल्में आती है जो किसी न किसी के जीवन पर आधारित या उनसे प्रेरित होती है। वहीं हाल ही में अभिनेत्री तापसी पन्नू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक फोटो शेयर की है जिसमें वह पुल शॉट मारते हुए नजर आ रही है। यह लुक तापसी की नई बायोपिक 'शाबाश मिथु' का है। जिसमें वह वुमन वनडे और टेस्ट इंडियन क्रिकेट टीम की कैप्टन मिताली राज का रोल अदा कर रही है। यह फिल्म अगले साल 5 फरवरी 2021 में रिलीज होगी। चलिए बताते है आपको मिताली राज की लाइफस्टोरी के बारे में ... 

 

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भारत में जब भी महिला क्रिकेट टीम का नाम लिया जाता है तो सबसे पहले  मिताली राज का ही नाम लिया जाता है। मिताली का 20 साल का क्रिकेट करियर अनेक उपलब्धियों से भरा हुआ है। एक दिवसीय मैचों में 6 हजार से अधिक रन बनाने वाली विश्व की पहली महिला क्रिकेटर से लेकर लगातार 7 हाफ सैंचुरी लगाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाली मिताली राज को महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर कहा जाता है। 

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6 साल की उम्र में शुरु किया था क्रिकेट

पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी मिताली की सफलता के पीछे उनके सालों की मेहनत और संघर्ष है। मिताली का जन्म 3 दिसंबर 1982 को राजस्थान के जोधपुर में हुआ था। वह 6 साल की थीं जब अपने भाई मिथुन के साथ खेल के मैदान में जाती थीं। मिथुन क्रिकेट सीखते थे। तब अक्सर कोच ज्योति प्रसाद खाली समय में नन्ही मिताली के साथ क्रिकेट खेला करते थे। उन्होंने ही मिताली में क्रिकेट खेलने की प्रतिभा को पहचाना और माता- पिता को उन्हें क्रिकेट सिखाने की सलाह दी थी। वह उनकी देखरेख में 6 साल तक ट्रेनिंग लेती रहीं। 

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परिवार के खिलाफ जाकर खेला क्रिकेट 

करीब 10 साल की उम्र में उन्हें राज्य के सब जूनियर टूर्नानेंट में चुना गया परंतु उनके परिवार के कई सदस्यों को उनका क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था। मिताली को लोगों द्वारा कई तरह की बातें सुननी पड़ती थी। उनके दादा-दादी उसके खेलने को पसंद नहीं करते थे लेकिन उनके माता-पिता ने हमेशा उनका साथ दिया। 

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17 साल की उम्र में टीम में हुई शामिल 

मिताली महज 17 साल की उम्र में ही भारतीय टीम में शामिल हो गई थी। तब देश में महिला क्रिकेट को अधिक महत्व नहीं दिया जाता था और उन्हें एक खिलाड़ी को मिलने वाली आधारभूत सुविधाएं भी नहीं मिलती थी। उनके इन्हीं शुरुआती दिनों के संघर्ष ने उन्हें भविष्य के लिए मानसिक तौर पर मजबूत किया। जिससे उन्हें जीवन में आगे बढ़ने में काफी आसानी होने लगी। 

डांस की थी दीवानी 

अपनी गेंदबाजी से दुनियाभर के गेंदबाजों की लय खराब करने वाली मिताली बचपन में डांस की दीवानी थी। मिताली ने महिला टीम में रहते हुए वह कमाल किए है जो पुरुष खिलाड़ी भी नहीं कर पाए है। 

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बना चुकी हैं ये रिकॉर्ड 

मिताली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने 20 साल से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेले हैं। इसके इलावा वह सबसे पहले 300 वनडे इंटरनेशनल मैच खेलने वाली इकलौती खिलाड़ी है। टी 20 इंटरनेश्नल क्रिकेट में सबसे पहले 2 हजार रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी मिताली के नाम पर दर्ज है। 

 


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Content Writer

khushboo aggarwal

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