क्या स्विमिंग से शरीर में घुसता है दिमाग खाने वाला अमीबा? जानिए इसके लक्षण और बचाव
punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 01:01 PM (IST)

नारी डेस्क: केरल से हाल ही में एक खतरनाक खबर सामने आई है जहां ब्रेन ईटिंग अमीबा (Brain Eating Amoeba) यानी नेगलेरिया फाउलेरी (Naegleria fowleri) से अब तक 80 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 21 लोगों की मौत हो चुकी है। यह अमीबा बेहद घातक है क्योंकि यह सीधा दिमाग पर हमला करता है और अक्सर मरीज की जान ले लेता है। ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी है कि यह अमीबा शरीर में कैसे प्रवेश करता है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।
ब्रेन ईटिंग अमीबा क्या है?
नेगलेरिया फाउलेरी एक प्रकार का सूक्ष्म जीव (अमीबा) है जो आमतौर पर गर्म और ताजे पानी (जैसे तालाब, झील, स्विमिंग पूल या गंदे पानी) में पनपता है। अगर यह पानी नाक के जरिए शरीर में चला जाए तो अमीबा सीधा दिमाग तक पहुंच जाता है और वहां इंफेक्शन फैला देता है। यह इंफेक्शन प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफेलाइटिस (PAM) कहलाता है, जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम (CNS) को प्रभावित करता है और ज्यादातर मामलों में यह जानलेवा साबित होता है।
भारत में इन दिनों दिमाग खाने वाले कीड़ों के मामले बढ़ रहे हैं. इसकी चपेट में आना जानलेवा हो सकता है. पर बचें कैसे?#dwscience #dwhealth #amoeba pic.twitter.com/NgYH6x9XDD
— DW Hindi (@dw_hindi) September 21, 2025
ब्रेन ईटिंग अमीबा के शुरुआती लक्षण
नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करने के 1 से 9 दिनों के भीतर इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं
लगातार तेज सिरदर्द
बुखार (Fever)
जी मिचलाना और बार-बार उल्टी होना
गर्दन अकड़ना
कंफ्यूजन या भ्रम की स्थिति
दौरे (Seizures) पड़ना
कोमा में चले जाना
ये लक्षण तेजी से बढ़ते हैं और देर होने पर मरीज की जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
अमीबा कैसे शरीर में प्रवेश करता है?
तैरते समय (Swimming) अगर संक्रमित पानी नाक में चला जाए तो यह अमीबा शरीर में घुस सकता है। गोता लगाने या नाक से पानी खींचने जैसी गतिविधियों से इसका खतरा और बढ़ जाता है। यह पीने से शरीर में नहीं जाता, बल्कि सिर्फ नाक के रास्ते ही दिमाग तक पहुंचता है।
दिमाग को खाने वाले अमीबा से सावधान ‼️ मौत के चांसेज 95% तक #amoeba #braineatingamoeba pic.twitter.com/vzCoQu4f9C
— Neha Walia (@Nehawalia0612) September 24, 2025
ब्रेन ईटिंग अमीबा से बचाव कैसे करें?
संक्रमित पानी से बचें – गर्म, ताजे और गंदे पानी में स्विमिंग करने से परहेज करें।
नाक की सुरक्षा करें – पानी में तैरते समय नाक क्लिप का इस्तेमाल करें।
साफ पानी का इस्तेमाल करें – नाक धोने या धार्मिक क्रियाओं (जल नेति आदि) में हमेशा डिस्टिल्ड, उबला हुआ या स्टेराइल पानी ही लें।
सही फिल्टर्स का इस्तेमाल करें – पानी को साफ करने के लिए ऐसे फिल्टर चुनें जिन पर NSF 53 या NSF 58 लिखा हो।
क्लोरीन ब्लीच – पानी को सुरक्षित बनाने के लिए क्लोरीन ब्लीच लिक्विड या टैबलेट का उपयोग किया जा सकता है।
ब्रेन ईटिंग अमीबा का इलाज
इस इंफेक्शन का इलाज बेहद मुश्किल है। डॉक्टर इसमें एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं ताकि लक्षणों को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सके। लेकिन अधिकतर मामलों में बीमारी गंभीर रूप ले लेती है और मरीज की जान बचाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
ब्रेन ईटिंग अमीबा एक बेहद खतरनाक और जानलेवा इंफेक्शन है जो संक्रमित पानी के जरिए नाक से शरीर में प्रवेश करता है। अगर आप स्विमिंग करना पसंद करते हैं तो सुरक्षित और साफ पानी का ही इस्तेमाल करें और नाक की सुरक्षा जरूर करें। समय रहते लक्षणों की पहचान और तुरंत इलाज से ही इस बीमारी से बचाव संभव है।