40+ महिलाओं के लिए जरूरी खबर, छोटी-छोटी बात पर चिंता करने की आदत छीन रही है आपका सुकून
punjabkesari.in Saturday, May 17, 2025 - 06:21 PM (IST)

नारी डेस्क: अगर आप भी छोटी- छोटी बात को लेकर चिंता करते हैं तो आपको अपनी यह आदत बदलनी होगी। एक अध्ययन के अनुसार, मध्य आयु में उच्च तनाव रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में अल्जाइमर रोग की संभावना को बढ़ा सकता है। अल्जाइमर एक मस्तिष्क संबंधी न्यूरोलॉजिकल बीमारी है जिसमें याददाश्त, सोचने की क्षमता और निर्णय लेने की क्षमता धीरे-धीरे कमजोर होती जाती है। यह डिमेंशिया का सबसे सामान्य प्रकार है।
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क्या कहती है स्टडी
अमेरिका में सैन एंटोनियो में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के वैज्ञानिकों ने पाया कि 40 से 50 वर्ष की आयु (मध्यम आयु) में जो महिलाएं लगातार मानसिक तनाव, चिंता, या अवसाद झेलती हैं, उनमें रजोनिवृत्ति (Menopause) के बाद अल्जाइमर रोग होने का खतरा अधिक होता है। तनाव से शरीर में कॉर्टिसोल (Cortisol) नामक हार्मोन बढ़ता है, जो लंबे समय तक मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। तनाव मस्तिष्क में सूजन (Inflammation) और हॉर्मोनल असंतुलन पैदा करता है, जिससे न्यूरोलॉजिकल रोगों की संभावना बढ़ जाती है।
क्यों महिलाएं ज्यादा प्रभावित होती हैं?
रजोनिवृत्ति के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा घटती है, जो मस्तिष्क को सुरक्षा देता है। महिलाएं पुरुषों की तुलना में भावनात्मक तनाव को गहराई से अनुभव करती हैं। पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के कारण भी महिलाएं अधिक तनाव में रहती हैं।
ये हैं इसके शुरुआती लक्षण
-छोटी-छोटी बातों को भूलना
-निर्णय लेने में कठिनाई
-एक ही बात को बार-बार दोहराना
-मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन
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बचाव के तरीके
-तनाव प्रबंधन : मेडिटेशन, योग, संगीत, टहलना आदि अपनाएं।
-स्वस्थ जीवनशैली: पौष्टिक भोजन और नियमित व्यायाम।
-नींद पूरी लें: 7–8 घंटे की नींद बहुत जरूरी है।
-मानसिक सक्रियता बनाए रखें: किताब पढ़ना, नई चीज़ें सीखना, ब्रेन गेम्स खेलना।
-समर्थन लें : परिवार से बात करें या थेरेपिस्ट की मदद लें।
यदि आपकी उम्र 40+ है और आपको लगातार मानसिक तनाव रहता है, तो अभी से ही अल्जाइमर जैसे रोगों से बचाव के लिए कदम उठाना बेहद जरूरी है।