इस मंदिर में खुद बप्पा करते हैं भारतीय टीम का सिलेक्शन, बेहद दिलचस्प है यहां की कहानी
punjabkesari.in Tuesday, Jun 06, 2023 - 04:12 PM (IST)
भारत में लोगों की भगवान के प्रति एक गहरी आस्था हैं जहां पर लोग हर धर्म का बहुत ही सम्मान करते हैं। इसलिए देवी-देवताओं ने अपने निवास के लिए इस जगह को चुना है। ऐसे ही आज एक मंदिर के बारे में आपको बताएंगे जहां भगवान गणेश भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। यह मंदिर इंदौर के खरजाना में स्थित है और भगवान गणेश को समर्पित है। इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि भगवान गणेश यहां भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। तो चलिए आज आपको बताते हैं मंदिर के कई चौकाने वाले रहस्य...
खुद भगवान गणेश ने बनवाया था मंदिर
मान्यताओं के मुताबिक, खरजाना में रहने वाले एक स्थानीय पंडित मंगल भट्ट के सपने में आकर भगवान गणेश ने दर्शन देकर उन्हें यह मंदिर बनवाने के लिए कहा था। उस दौरान यहां पर होलकर वंश की एक महारानी अहिल्या बाई का राज था। पंडित जी ने अपने स्वप्न के बारे में रानी अहिल्या को बताया। रानी ने इस सपने की बात को सुनते हुए फौरन स्वप्न के अनुसार, उस जगह पर खुदवाई करवाई। खुदवाई करवाने पर पंडित के कहे अनुसार, भगवान गणेश की मूर्ति प्राप्त हुई । इसके बाद यहां पर मंदिर बनवाया गया। आज इस मंदिर को हर मनोकामना पूरी होने के लिए विश्व स्तर पर ख्याती मिल चुकी है।
1735 में हुआ था मंदिर का निर्माण
इंदौर के खजराना में स्थित इस मंदिर का निर्माण 1735 में हुआ था। इसे होलकर वंश की महारानी अहिल्या बाई ने बनवाया था। वहीं मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर की श्रद्धालु तीन परिक्रमा लगाते हैं और इसकी दीवार पर धागा बांधते हैं। वैसे तो भगवान गणेश की पूजा-अर्चना हर शुभ कार्य करने से पहले की जाती है परंतु खजराना के इस गणेश मंदिर में बुधवार के दिन बहुत ही भीड़ होती है। गणेश भगवान की पूजा करने के लिए दूर-दूर से भक्त यहां पर आते हैं और इस दिन यहां पर गणेश भगवान की विशेष आरती भी की जाती है।
टीम इंडिया के खिलाड़ी जरुर आते हैं दर्शन करने
भारत की क्रिकेटर टीम के सदस्य जब भी इंदौर आते हैं तो वह खजराना में स्थित मंदिर में बप्पा का आशीर्वाद लेने जरुर आते हैं। अंजिक्य रहाणे ने एक बार दर्शन के समय परिसर में कहा था कि टीम इंडिया के सारे खिलाड़ी खजराना भगवान गणेश को टीम इंडिया का सुपर सिलेक्टर मानते हैं। बप्पा का आशीर्वाद मिलने के बाद ही टीम में सिलेक्ट होते हैं और अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
मंदिर के परिसर में बने हैं 33 मंदिर
इस मंदिर के परिसर में करीबन 33 छोटे-छोट मंदिर बने हुए हैं। इन मंदिरों में भगवान राम, भगवान शिव, मां दुर्गा, साईं बाबा, राम भक्त हनुमान सहित कई सारे देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। इसके अलावा मंदिर के परिसर में एक पुराना पेड़ भी इस पेड़ को लेकर ये मान्यता है कि ये पेड़ सभी की मनोकामना पूरी करता है।
तिरुपति बाला से भी ज्यादा धनी है ये मंदिर
भारत के सबसे धनी गणेश मंदिरों में इस मंदिर का नाम भी आता है। यहां पर भक्तों की ओर से खूब सारा खजाना चढ़ाया जाता है। इसके कारण मंदिर की कुल चल और अचल संपत्ति भी बेहिसाब है। इसके अलावा शिर्डी में स्थित साई बाबा, तिरुपति स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के जैसे यहां भी श्रद्धालु ऑनलाइन भेंट चढ़ाते हैं। इसके अलावा हर साल मंदिर की दानपेटी में से विदेशी मुद्राएं भी काफी निकलती हैं।
फ्री मिलता है खाना
यहां पर आने वाले भक्तों को फ्री खाना दिया जाता है। हजारों लाखों की संख्या में यहां हर रोज लोग खाना खाते हैं। जिन भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं वो खुद के बराबर लड्डुओं का दान इस मंदिर में करते हैं।
सबसे पहले आमंत्रित होते हैं भगवान गणेश
इस मंदिर में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले निमंत्रण भगवान गणेश को दिया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, यह परंपरा है कि विवाह, जन्मदिन और किसी भी समारोह के शुभ काम कनरे के लिए सबसे पहले भगवान गणेश को ही आमंत्रित किया जाता है। इसके अलावा कोई नया वाहन, जमीन, मकान खरीदने पर भी भक्त यहां पर आकर माथा टेककर भगवान गणेश का आशीर्वाद लेते हैं ताकि उनके सारे काम शुभ हो सके।
धूमधाम से मनाई जाती है विनायक चतुर्थी
इस मंदिर के प्रति लोगों का बहुत ही विश्वास है। इस मंदिर का निर्माण मराठा रानी अहिल्या बाई होल्कर ने करवाया था। ऐसे में यह मंदिर भारत के प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक भी है। बुधवार और रविवार के दिन यहां पर भारी संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं। स्थानीय मान्यताओं के अनुतार, इस मंदिर में पूजा करने पर भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और इस मंदिर का मुख्य त्योहार विनायक चतुर्थी माना जाता है। अगस्त और सितबंर के महीने में इस त्योहार को बहुत ही भव्य तरीके से आयोजित किया जाता है।