अनचाही प्रेगनेंसी की टेंशन का परमानेंट इलाज है नसबंदी, महिलाओं को इसका फायदा भी है और नुकसान भी

punjabkesari.in Monday, Mar 17, 2025 - 07:27 PM (IST)

नारी डेस्क: वो जमाना ओर था जब 3 4 बच्चे होना आम बात थी, अब लोगों की सोच काफी बदल गई है। बढ़ती महंगाई और छोटे परिवारों के चलते अब सिर्फ एक या दो ही बच्‍चे पैदा करने का चलन है। ऐसे में कई कपल्स नसबंदी (Sterilization) का विकल्प चुन रहे हैं। यह महिलाओं के लिए एक स्थायी गर्भनिरोधक उपाय  है, जिसे आमतौर पर तब किया जाता है जब महिला और उसका परिवार आगे और बच्चों की योजना नहीं बना रहा हो।  चलिए आज समझाते हैं इसके बारे में विस्तार से 
 

यह भी पढ़ें: इस बार सोने ने तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड
 

 नसबंदी कब करानी चाहिए?

जब महिला को और बच्चे न चाहिए हों  और वह स्थायी गर्भनिरोधक तरीका अपनाना चाहती हो तो इस प्रक्रिया को चुन सकती है । कई बार कुछ महिलाओं के लिए  गर्भधारण खतरनाक हो सकता है, जिससे बचने के लिए उन्हें नसबंदी की सलाह दी जाती है। बहुत सी महिलाएं डिलीवरी या सी-सेक्शन के तुरंत बाद भी डॉक्टर की सलाह से नसबंदी करवा लेती हैं। 


नसबंदी की प्रक्रिया कैसे होती है?  

महिलाओं की नसबंदी को ट्यूबल लिगेशन (Tubal Ligation)कहते हैं, जिसमें फैलोपियन ट्यूब्स को बंद कर दिया जाता है ताकि अंडाणु और शुक्राणु मिल न सकें। यह प्रक्रिया दो तरीकों से होती है। पहली है   लेप्रोस्कोपिक ट्यूबल लिगेशन, इसमें  पेट में छोटा सा छेद करके एक पतली ट्यूब डाली जाती है।  इससे फैलोपियन ट्यूब को काटकर या बंद कर दिया जाता है।   यह कम जटिल और जल्दी ठीक होने वालीप्रक्रिया है।  दूसरी है मिनी लैप्रोटॉमी इसे डिलीवरी के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। इसमें पेट में छोटा चीरा लगाकर फैलोपियन ट्यूब को बंद कर दिया जाता है।  
 

यह भी पढ़ें: दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला के पास थे जवां रहने वाले जीनस
 

 क्या नसबंदी के बाद भी महिला मां बन सकती है?

नसबंदी को रिवर्स (फिर से खोलना) किया जा सकता है, लेकिन इसकी सफलता कम होती है। अगर महिला भविष्य में दोबारा मां बनना चाहती है, तो IVF (टेस्ट ट्यूब बेबी) का सहारा लिया जा सकता है। कभी-कभी दुर्लभ मामलों में फैलोपियन ट्यूब अपने आप जुड़ जाती है, जिससे महिला फिर से गर्भधारण कर सकती है (लेकिन यह बहुत कम होता है)।  


 नसबंदी के फायदे 

- यह 99% प्रभावी गर्भनिरोधक तरीका।  
-इससे हार्मोनल संतुलन पर कोई असर नहीं।  
-इससेमासिक धर्म सामान्य रहता है।  
आगे किसी गर्भनिरोधक उपाय की जरूरत नहीं होती।  

इसके नुकसान

यह स्थायी तरीका है, इसलिए बाद में अगर महिला दोबारा मां बनना चाहे तो मुश्किल हो सकती है। प्रक्रिया के बाद कुछ महिलाओं को हल्का दर्द या सूजन हो सकती है।  दुर्लभ मामलों में फैलोपियन ट्यूब फिर से जुड़ सकती है, जिससे असुरक्षित गर्भावस्था (एक्टोपिक प्रेग्नेंसी) का खतरा हो सकता है।  नसबंदी एक  स्थायी गर्भनिरोधक उपाय है, जिसे अच्छे से सोच-समझकर अपनाना चाहिए।  


नोट: यह आर्टिकल केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। किसी भी उपचार से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static