''रन मशीन'' स्मृति मंधाना का 6 साल का लंबा इंतजार हुआ खत्म, वनडे रैंकिंग में पहुंची टॉप पर
punjabkesari.in Tuesday, Jun 17, 2025 - 04:57 PM (IST)

नारी डेस्क: भारतीय महिला टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एकदिवसीय बल्लेबाजी रैंकिंग में छह साल बाद फिर से शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है। मंधाना को श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन की बदौलत यह उपलब्धि हासिल हुई। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2019 में यह मुकाम हासिल किया था। आईसीसी की ओर से मंगलवार को जारी ताजा रैंकिंग के अनुसार मंधाना ने 727 रेटिंग अंक के साथ दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वोल्वाटर् का पछाड़ते हुए नंबर वन का ताज अपने नाम किया है।
शानदार फॉर्म में हैं मंधाना
मंधाना हाल ही में शानदार फॉर्म में हैं और उन्होंने कोलंबो में श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की हालिया त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल के दौरान शानदार शतक बनाया। यह मंधाना का अपने करियर का 11वां वनडे शतक था, जिसने बाएं हाथ की इस बल्लेबाज की रैंकिंग में वोल्वार्ड्ट से आगे निकलने में योगदान दिया, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के हालिया वनडे मुकाबलों में 27 और 28 रन बनाए थे। वोल्वार्ड्ट इंग्लैंड की नैट साइवर-ब्रंट के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गई हैं, जबकि साथी दक्षिण अफ्रीकी टैजमिन ब्रिट्स (पांच पायदान ऊपर 27वें स्थान पर) और सुने लुस (सात पायदान ऊपर 42वें स्थान पर) इस सप्ताह वनडे बल्लेबाजों की सूची में सबसे आगे हैं।
खूबसूरती में भी कई आगे हैं मंधाना
स्मृति का जन्म 18 जुलाई 1996 को मुंबई में हुआ था। उनके भाई और पिता जिला स्तर के क्रिकेटर रह चुके हैं। घर पर क्रिकेट का माहौल होने के कारण बचपन से उन्हें इस खेल में रूचि थी, जिसके बाद उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम में कदम रखा। स्मृति ने 9 साल की उम्र में मंधाना महाराष्ट्र अंडर 15 टीम में खेलना शुरू किया था। जिसके बाद उनका सिलेक्शन महाराष्ट्र अंडर 19 टीम में हो गया। स्मृति ने 10 अप्रैल 2013 को वनडे इंटरनेशनल में कदम रखा और पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। अक्टूबर 2013 में स्मृति तब सुर्खियों में आई, जब वह किसी वनडे मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला बनी। इसके बाद साल 2014 में स्मृति मंधाना ने इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबला खेलकर अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। उन्हें दुनिया की सबसे खूबसूरत क्रिकेटरों में गिना जाता है, तभी उन्हें नेशनल क्रश भी कहा जाता है।