2 साल पहले शेखर रवजियानी की चली गई थी आवाज, अब सिंगर बोला- मैं टूट गया था, फिर हुआ चमत्कार
punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2024 - 07:53 PM (IST)
नारी डेस्क: जिन लोगों को संगीत से प्रेम है वह शेखर रवजियानी को अच्छे से जानते होंगे। बॉलीवुड सिंगर और म्यूजिक कंपोजर शेखर रवजियानी और विशाल की जोड़ी बेहद ही हिट है, यह दोनों हमेशा साय की तरह एक दूसरे के साथ रहते थे। हालांकि पिछले कुछ समय से विशाल अकेले ही नजर आ रहे थे, जिसकी वजह शेखर ने खुद बताई है। उन्होंने आज आज एक चौंकाने वाला खुलासा किया।
शेखर रवजियानी ने बताया कि 2 साल पहले लेफ्ट वोकल कॉर्ड पैरेसिस नामक बीमारी के कारण उनकी आवाज़ चली गई थी। उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद वह पूरी तरह से टूट गए थे। लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं खोई और अपने दिल में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ लगातार इस बीमारी पर काबू पाने की कोशिश कर रहे थे। शेखर ने अपने पोस्ट में लिखा- यहां एक ऐसी बात है जिसके बारे में मैंने पहले कभी बात नहीं की...आज इसे शेयर करने का मन हुआ। मैंने दो साल पहले अपनी आवाज़ खो दी थी।
संगीतकार ने अपने पोस्ट में लिखा- लेफ्ट वोकल कॉर्ड पैरेसिस के कारण मैं पूरी तरह से बर्बाद हो चुका थी। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता था कि मैं फिर कभी नहीं गा पाऊंगा। मेरा परिवार चिंतित था। और, मैं उन्हें तनावग्रस्त देखकर खुश नहीं था। मैंने बस और ज़्यादा प्रार्थना की। मैंने काम करना बंद नहीं किया। कोशिश करता रहा, कोशिश करता रहा। इस बीच, मुझे कुछ हफ़्तों के लिए सैन डिएगो जाना पड़ा। सैन डिएगो में मेरी मुलाक़ात जेरेमी से हुई। उन्होंने मुझे डॉ. एरिन वाल्श से मिलवाया
संगीतकार ने आगे लिखा- मुझे याद है कि जब मैंने उनसे कहा कि मैं फिर से गाना चाहता हूं तो मेरी आँखों से आँसू बह निकले। मैंने उनसे विनती की कि कृपया कुछ करें। पहली बात जो उसने मुझे बताई वह यह थी कि मेरी आवाज़ के साथ जो कुछ हुआ उसके लिए मुझे खुद को दोष नहीं देना चाहिए। हमने बहुत देर तक बात की और उसने मुझे सहज महसूस कराया और आखिरकार, चमत्कारिक रूप से, उसने मुझे विश्वास दिलाया कि मैं गा सकता हूं, जो पहला कदम था। लेकिन हर बार जब मैं रोता था, मैं कर्कश आवाज़ करता था, और अपनी आवाज़ की ध्वनि से नफरत करने लगता था... लेकिन, वह अडिग थी और मेरी आवाज़ और आत्मा पर काम करती रही। उसके दृढ़ संकल्प, समर्पण और उसकी सकारात्मकता ने कुछ ही हफ्तों में मेरे लकवाग्रस्त बाएं स्वरयंत्र को सामान्य कर दिया।
शेखर रवजियानी ने आगे लिखा- मैं अब बिल्कुल ठीक हूं और पहले से भी बेहतर गा सकता हूं। डॉ. एरिन वाल्श, धरती पर मेरी परी बनने के लिए आपका धन्यवाद। तब से, मैं बहुत से ऐसे लोगों से मिला हूं जिन्होंने कोविड के बाद अपनी आवाज़ खो दी है। एक रास्ता है, एक समाधान है। बस सकारात्मक रहें और विश्वास रखें। अपने दिलों में हमेशा उम्मीद बनाए रखें। हमेशा सकारात्मक और हमेशा मुस्कुराते रहने वाले शेखर रवजियानी ने इस सुपर पॉजिटिव पोस्ट को दो सबसे शक्तिशाली शब्दों के साथ समाप्त किया... जय हनुमान!