शीला ने खोले संत प्रेमानंद महाराज के राज, 18 मिनट के वीडियो में जानें क्या है सच
punjabkesari.in Monday, Feb 17, 2025 - 10:20 AM (IST)
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नारी डेस्क: हाल ही में संत प्रेमानंद महाराज की चर्चा एक वायरल वीडियो के कारण तेज हो गई है, जिसमें एक महिला, शीला ने उनके जीवन से जुड़े कुछ बड़े राज खोले हैं। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि संत प्रेमानंद महाराज पहले कैसे थे और अब कैसे बदल गए हैं। साथ ही, उन्होंने महाराज की किडनी की बीमारी और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी बात की।
शीला कौन हैं?
शीला एक वृंदावन में रहने वाली महिला हैं, जो साधु-संतों की सेवा को अपना धर्म मानती हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या संत प्रेमानंद महाराज उनके पास आते थे, तो उन्होंने बताया कि हां, वह पहले बनारस से सीधे वृंदावन आते थे। उस समय वे बहुत ही साधारण और फक्कड़ जीवन जीते थे। वह रोज रास बिहारी से मिलने के लिए आते थे। एक बार जब रास बिहारी जी वृंदावन छोड़ने लगे, तो प्रेमानंद महाराज उनके चरणों में गिर पड़े और उनसे कहा कि उन्हें भी अपने साथ ले चलें। तब रास बिहारी जी ने उन्हें समझाया कि वे वृंदावन चले जाएं, वहां बिहारी जी उनके हाथ पकड़ेंगे और फिर उन्हें वहां से वापस आने का मन नहीं होगा।
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प्रेमानंद महाराज की बीमारी
शीला ने आगे बताया कि जब संत प्रेमानंद महाराज बनारस में रहते थे, तो उनकी लंबी जटाएं हुआ करती थीं। उनका रूप पहले बिल्कुल अलग था, लेकिन अब वे पीले कपड़े पहनते हैं और खाट पर पड़े रहते हैं। महिला ने बताया कि संत महाराज को किडनी की गंभीर बीमारी हो गई थी। कई लोग उन्हें इलाज के लिए मदद देने के लिए तैयार थे, लेकिन संत ने मना कर दिया क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि किसी और को कष्ट हो।
7 फरवरी 2025 को मैंने एक पोस्ट किया था. जिसमे मैंने जिक्र किया था कि वृंदावन के NRI सोसाइटी की कुछ महिलाएं आदरणीय प्रेमानंद महाराज जी की प्रातः काल में निकलने वाली उनकी यात्रा का विरोध के रही हैं.मेरे इस पोस्ट के लिए कई लोगो ने कहा की @DhananjayPutush जी हर विषय पर राजनीति करते… pic.twitter.com/phd0iYtEHr
— Dhananjay Kr. Putush🇮🇳 (@DhananjayPutush) February 16, 2025
दिव्य दृष्टि और भिक्षाटन
शीला ने यह भी बताया कि संत प्रेमानंद महाराज की दिव्य दृष्टि है। वे आंगन में बैठे रहते हुए उन साधुओं को देख सकते थे, जो हमें नहीं दिखाई देते थे। वह साधुओं को दान देने और खाना खिलाने की बात करते थे, लेकिन वह साधू हमारे लिए नजर नहीं आते थे। वह खुद ही उन्हें बाहर दरवाजे तक छोड़ने जाते थे। महिला ने यह भी कहा कि बाबा कभी भी किसी से बैंड बाजा लाने के लिए नहीं कहते थे, बल्कि लोग स्वेच्छा से इसे लेकर आते थे। महिला ने बताया कि वह संत प्रेमानंद महाराज के सामने कभी भी अपनी बात नहीं करती हैं।
इस वीडियो के कारण संत प्रेमानंद महाराज के बारे में कई नए तथ्य सामने आए हैं, जो उनके भक्तों के लिए काफी हैरान करने वाले हैं।