गर्भावस्था के दौरान कोरोना संक्रमण होने पर शिशुओं में पाया जा रहा है पोस्ट कोविड इफेक्ट, डॉक्टर्स ने किया अलर्ट!
punjabkesari.in Saturday, Jun 05, 2021 - 12:59 PM (IST)
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर अब कुछ थमता हुआ नज़र आ रहा है। लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। दरअसल, अब गर्भावस्था के दौरान कोरोना संक्रमितों के शिशुओं में एक गंभीर बीमारी पाई जा रही है।
बतां दें कि कोरोना के चलते अन्य बीमारियों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं जिसके असर अब नवजात बच्चों में देखने को मिल रहा है।
डॉक्टरों के अनुसार, जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान कोरोना पाॅजिटिव पाई गई थी, उनसे जन्मे नवजात शिशुओं में पोस्ट कोविड इफेक्ट साफ नजर आ रहा हैं। डॉक्टरों के मुताबिक जबलपुर जिले में ही अब तक 50 से ज्यादा ऐसे नवजात शिशु सामने आए हैं, जिनमें मल्टी-सिस्टम इन्फ्लैमेटरी सिंड्रोम बीमारी देखने को मिल रही है।
मल्टी-सिस्टम इन्फ्लैमेटरी सिंड्रोम के साइड इफेक्ट-
इस बीमारी में नवजात शिशु के कई अंग प्रभावित होते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, नवजात शिशुओं में मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम के चलते किडनी, हार्ट, लीवर और ब्रेन पर असर पड़ रहा है। वहीं जिन गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के आखिरी महीनों में कोरोना संक्रमित होने के बाद उनके शरीर में जो इम्यूनिटी बनी, वही इम्यूनिटी अगर बच्चे में जरूरत से ज्यादा चली गई तो उसके अंदरूनी अंग प्रभावित हुए हैं। ऐसे बच्चों को ज्यादा देखरेख की जरूरत है।
कैसे करें शिशुओं का इस बीमारी से बचाव?
डॉक्टर के अनुसार, नवजात शिशुओं को मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम बीमारी से बचाने के लिए गर्भावस्था के दौरान ही शिशु रोग विशेषज्ञ की भी सलाह लेनी चाहिए। ताकि बच्चे की देखरेख गर्भावस्था के दौरान ही सही तरीके से हो सके।
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