सर्दियों में आ सकती है कोरोना की दूसरी लहर, डेंगू का भी बढ़ा खतरा
punjabkesari.in Tuesday, Nov 03, 2020 - 04:01 PM (IST)
कोरोना महामारी को फैले हुए 10 महीने से ज्यादा हो गया है लेकिन इसका खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, यूरोप, ब्रिटेन और यूके के बाद भारत में भी कोरोना की दूसरी लहर पसरने की आंशका बनी हुई है। इसी बीच पंजाब के साथ देश के कई इलाकों में नई मुसीबत आ गई है। दरअसल, पंजाब में डेंगू ने विकराल रूप ले लिया है, जिसका कारण स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद की लापरवाही है। डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सख्ती बरत रहा है।
पंजाब में डेंगू का कहर
दरअसल, नगर परिषद डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग और छिड़काव करवाने में विफल रही, जिसके कारण 4 मौतें हुई हैं। शहर में डेंगू के मामलों की संख्या बढ़ रही है, जो चिंता का विषय बना हुआ है। पिछले 10 दिनों में डेंगू के कारण एक बच्चे सहित दो युवाओं की मौत हो गई है। 3 मौतों के बाद डेंगू के कारण शहर के लोगों में आतंक का माहौल है। हालांकि दूसरे शहरों में भी कई लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।
डेंगू कैसे और कब होता है?
डेंगू बुखार 'एडीस' मादा मच्छर के काटने से फैलता है, जो दिन के समय काटता है। हैरानी की बात तो यह है डेंगू मच्छर गंदे नहीं बल्कि साफ पानी में पनपते हैं इसलिए इसका खतरना ज्यादा होता है। इसमें व्यक्ति को 1 से 2 हफ्ते तक तेज बुखार रहता है, जो सही समय पर इलाज ना मिलने की वजह से भयानक रूप भी ले लेता है।
डेंगू के लक्षण
. तेज बुखार व सिरदर्द
. हाथों-पैरों में दर्द
. भूख न लगना
. जी मचलाना, उल्टी और दस्त
. आंखों में दर्द
. कमजोरी और थकावट
. जोड़ों में दर्द
. त्वचा पर लाल धब्बे पड़ना
. नाक से खून निकलना
देश में कोरोना के दूसरे दौर की आशंका
इसी बीच देश में कोरोना के दूसरे दौर का खतरा भी मंडरा रहा है। WHO और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग, बार-बार हाथ धोना, मास्क पहनना जैसे नियमों को फॉलो करने की अपील की जा रही है। वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि वायरस एपिडेमिक सर्दियों के मौसम में आने वाले फ्लू के साथ भी शामिल हो सकता है, जो ज्यादा खतरनाक रूप ले सकता है।
हर महामारी का आता है दूसरा दौर
WHO की रिपोर्ट है कि हर महामारी का दूसरा दौर जरूर आता है, जो भयानक होता है। ब्लैक डेथ, प्लेग और स्पेनिश फ्लू जैसी बीमारियां भी लोगों को बार-बार संक्रमित करती रहीं। वहीं, सार्स और मर्स जैसे संक्रमण भी कुछ साल पहले दोबारा आए थे। हालांकि एक बढ़िया हेल्थ सिस्टम के जरिए इनपर रोकथाम कर ली गई। कोरोना वायरस की बात करें तो इसका दूसरा दौर ज्यादा खतरनाक होगा क्योंकि अभी तक इसकी वैक्सीन नहीं बन पाई है।