दूसरों के साथ अच्छा Behave नहीं करते बच्चे तो Parents ऐसे कंट्रोल करें उनका जिद्दी नेचर
punjabkesari.in Saturday, Apr 15, 2023 - 11:59 AM (IST)
कई बार बच्चे बहुत ही गुस्सैल स्वभाव के होते हैं, छोटी-छोटी बात पर मुंह फूला लेते हैं। इसके अलावा कई बार अपनी उम्र के बच्चों को भी पीटने लगते हैं। चोरी छिपे बच्चों को नुकसान पहुंचाने लगते हैं ऐसे में यदि आपके बच्चे भी ऐसी हरकतें करते हैं तो इसका मतलब है कि उसका व्यवहार दूसरों के प्रति अच्छा नहीं है। उसके ऐसे व्यवहार के कारण कोई उसका दोस्त भी नहीं बन पाएगा और वह किसी के साथ मिलना भी शुरु नहीं करेंगे। ऐसे बच्चों का कई बार मानसिक विकास भी अच्छे से नहीं हो पाता और यदि उनकी यह आदत समय रहते न बदली जाए तो वह काफी नेगेटिव हो सकते हैं। यदि आपके बच्चे भी ऐसे हैं तो आज आपको बताते हैं कि आप उनकी ऐसी आदत कैसे सुधार सकते हैं....
न दें बच्चों को सजा
यदि आपके बच्चे ऐसे हैं तो जरुरी नहीं कि आप उसे सजा दें। सजा देने से समस्या का समाधान नहीं निकलेगा। इसके अलावा सजा देने पर बच्चे ढीट हो जाते हैं पेरेंट्स के सामने नहीं तो दूर से गलतियां करते हैं। बच्चों को समझ नहीं आता कि कब दूसरों के साथ गलत व्यवहार करने लगते हैं। यदि आप चाहते हैं कि बच्चे ऐसे व्यवहार के न बनें तो आप उन्हें गलती करने पर सजा बिल्कुल भी न दें। उन्हें गलतियां करने की जगह उसे सुधारने का मौका दें।
न करें बच्चे को डिस्करेज
हर माता-पिता अपने बच्चों के आइडियल होते हैं ऐसे में यदि आप उन्हें मोटिवेट नहीं करेंगे तो कौन करेगा। बच्चे के द्वारा किए गए हर काम को प्रोत्साहित करें। यदि आप उन्हें डिस्करेज करेंगे और कहेंगे ये काम अच्छा नहीं तो इससे उनके दिल में आपके लिए बदले की भावना पैदा हो सकती है। इसके अलावा बच्चों को यह भी लगेगा कि आप उनके काम से खुश नहीं है। ऐसे में वह हारने की भावना के कारण बाकी सबके साथ गलत व्यवहार करना शुरु कर देगा।
न आएं ज्यादा सख्ती से पेश
कई बार बच्चे बहुत ही गुस्सैल स्वभाव के हो जाते हैं जिसके कारण वह दूसरों के साथ गलत व्यवहार भी करने लग जाते हैं। इसका कारण यह भी है कि पेरेंट्स उनके साथ अच्छे से पेश नहीं आते और हर समय उन्हें डांटते रहते हैं। ऐसे में यदि आप भी बच्चों को हर समय डांटते रहते हैं तो उनमें और भी बदले की भावना आने लगेगी। ऐसे में बच्चों के साथ सख्ती से पेश आने की जगह उन्हें समझने का प्रयास करें। उसने क्या गलत किया और क्यों किया इसके बारे में उसे बताएं। इससे बच्चा बदतमीत व्यवहार का नहीं होगा और आपको भी समझेगा।
न करें अपमान
बच्चों को सही सीख देने के लिए कई बार पेरेंट्स उनका अपमान करना शुरु कर देते हैं। खासकर दूसरों के सामने यदि उनकी बेइज्जती हो तो इसका अर्थ है कि उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंच रही है। ऐसे में यदि बार-बार उनके साथ ऐसा होगा तो वह गुस्सैल हो जाएंगे। खुद पर कंट्रोल न कर पाने के कारण वह और भी गुस्सैल स्वभाव के हो जाएंगे।