बड़ा हादसा: 17 वर्षीय नेशनल बास्केटबॉल खिलाड़ी की दर्दनाक मौत, CCTV फुटेज में पूरी वारदात कैद
punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 09:57 AM (IST)
नारी डेस्क: हरियाणा के रोहतक जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे खेल जगत को झकझोर कर रख दिया। लाखन माजरा गाँव के बास्केटबॉल मैदान में प्रैक्टिस कर रहे 17 वर्षीय नेशनल बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी की एक दुर्घटना में मौत हो गई। यह हादसा इतनी अचानक और तेज़ी से हुआ कि किसी को संभलने का मौका भी नहीं मिला। खास बात यह है कि पूरी घटना वहाँ लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसके बाद मामला और गंभीर हो गया है।
कैसे हुआ हादसा – CCTV में दिखी हर पल की तस्वीर
CCTV फुटेज के अनुसार, हार्दिक सुबह रोज़ की तरह मैदान में वार्म-अप कर रहा था। वह बास्केटबॉल के पोल पर लटककर हाथों की स्ट्रेंथ बढ़ाने वाला व्यायाम कर रहा था। यह मैदान में खिलाड़ियों के लिए रोज़मर्रा की प्रैक्टिस का हिस्सा था और कई खिलाड़ी इसे नियमित रूप से करते थे।
हरियाणा के लाखनमाजरा में नेशनल बास्केटबॉल प्लेयर हार्दिक की मौत एक हादसा नहीं, भाजपा सरकार के सिस्टम द्वारा की गई एक हत्या है ।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 26, 2025
हार्दिक हरियाणा की युवा प्रतिभा भी था, एक बेटा भी और एक होनहार नौजवान भी । क्या भाजपा सरकार माँ बाप को उनका बेटा वापस दे पायेगी?
CM श्री नायब सैनी की… pic.twitter.com/6taUvThxAp
वीडियो में साफ़ दिखता है कि हार्दिक पहले प्रयास में पोल पर लटका और उस समय पोल सुरक्षित बना रहा। लेकिन जब वह दूसरी बार पोल पर लटका, तो पोल अचानक अपनी पकड़ छोड़कर पूरी तरह से टूटकर नीचे गिर पड़ा। पोल सीधे हार्दिक की छाती पर आकर गिरा, जो बेहद भारी था। तेज़ आवाज़ और गिरने की ताकत से हार्दिक वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा। मैदान में मौजूद अन्य खिलाड़ी घबराकर उसकी ओर दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चोट इतनी गंभीर थी कि हार्दिक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
कौन था हार्दिक – गाँव और परिवार की उम्मीद
हार्दिक राठी सिर्फ 17 साल का था, लेकिन उसके खेल ने उसे बहुत कम उम्र में बड़ी पहचान दिला दी थी। वह गाँव के सबसे होनहार खिलाड़ियों में से एक माना जाता था। ग्रामीणों ने बताया कि हार्दिक ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर इंडिया टीम में अपना चयन करवाया था। वह हाल ही में टीम इंडिया के प्रशिक्षण कैंप से वापस लौटा था। उसका सपना था कि वह देश के लिए मेडल जीते और अपने गाँव का नाम रोशन करे।
हार्दिक के पिता संदीप राठी ने शिक्षा के साथ-साथ खेल को भी हमेशा प्राथमिकता दी। उन्होंने अपने दोनों बेटों को बास्केटबॉल की कोचिंग के लिए भेजा हुआ था। हार्दिक का छोटा भाई भी उत्कृष्ट खिलाड़ी है और दोनों भाई अक्सर एक साथ अभ्यास करते थे। पिता को विश्वास था कि हार्दिक जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ा नाम बनाएगा, लेकिन किस्मत ने उनके सपनों को अचानक तोड़ दिया।
ग्राउंड की स्थिति – खिलाड़ियों ने बनाया, खिलाड़ियों ने ही संभाला
लाखन माजरा गाँव की शामलाती जमीन पर यह बास्केटबॉल ग्राउंड गाँव के युवाओं ने खुद मिलकर बनाया था। इस मैदान पर सरकारी सुविधाएँ नहीं थीं, लेकिन खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और लगन से इसे एक अच्छे अभ्यास मैदान में बदल दिया था। कई सालों से यहाँ दर्जनों खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं और कई ने आगे चलकर बड़े टूर्नामेंटों में हिस्सा भी लिया है।
सुरक्षा को देखते हुए खिलाड़ियों ने खुद ही मैदान में CCTV कैमरा लगाया हुआ था, जिससे रोज़ की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। हादसा भी इसी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ, जिसने स्पष्ट दिखाया कि पोल की मजबूती पर लंबे समय से ध्यान नहीं दिया गया था। ग्रामीणों का कहना है कि यह पोल पुराना था, लेकिन इसे कभी ठीक से रिपेयर नहीं कराया गया।
पुलिस की कार्रवाई – शव कब्जे में, फुटेज जब्त
हादसे की सूचना मिलते ही लाखन माजरा थाना पुलिस मौके पर पहुँची। पुलिस ने तुरंत हार्दिक का शव अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मैदान में लगे CCTV कैमरे की फुटेज भी जब्त कर ली है।
इस मामले में पुलिस ने बीएनएस 194 के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और आगे की जांच जारी है।
हरियाणा के लाखनमाजरा में नेशनल बास्केटबॉल प्लेयर हार्दिक की मौत एक हादसा नहीं, भाजपा सरकार के सिस्टम द्वारा की गई एक हत्या है ।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 26, 2025
हार्दिक हरियाणा की युवा प्रतिभा भी था, एक बेटा भी और एक होनहार नौजवान भी । क्या भाजपा सरकार माँ बाप को उनका बेटा वापस दे पायेगी?
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राजनीतिक नेताओं ने उठाए सवाल – सुरक्षा में लापरवाही?
घटना के बाद कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं है, बल्कि राज्य में खेल सुविधाओं की खराब हालत और सुरक्षा व्यवस्था की अनदेखी का उदाहरण है। उनके अनुसार, रखरखाव की कमी और भ्रष्टाचार की वजह से एक उभरते हुए खिलाड़ी की जान चली गई, जिसकी जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए। उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष और सख्त जांच की मांग की। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी घटना को बेहद दुखद बताते हुए सरकार पर खेल सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए। उनका कहना था कि जब राज्य की युवा प्रतिभाएं खेल रही हों, तो उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होती है।
मुख्यमंत्री और मंत्री का बयान – जांच की तैयारी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि उन्हें इस घटना की विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिली है और जानकारी मिलने के बाद ही वे कोई टिप्पणी करेंगे। वहीं, कैबिनेट मंत्री और हरियाणा ओलंपिक संघ के महासचिव कृष्ण लाल पंवार ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में स्पोर्ट्स विभाग और शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर पूरी जानकारी लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि यह भी जांच की जाएगी कि लाखन माजरा का यह ग्राउंड निजी है या सरकारी। इसके अलावा, उन्होंने निर्देश दिया कि जहाँ भी स्कूलों या निजी मैदानों में इस तरह के बास्केटबॉल कोर्ट बने हैं, वहाँ अधिकारियों को भेजकर निरीक्षण कराया जाएगा ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों।
एक प्रतिभा का हादसे में जाना पूरे खेल जगत की चिंता
हार्दिक राठी की अचानक हुई मौत ने न केवल उसके परिवार बल्कि पूरे गाँव और खेल जगत को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह हादसा इस बात की ओर भी इशारा करता है कि खेल सुविधाओं की सुरक्षा को लेकर अभी भी बहुत काम किए जाने की जरूरत है। अगर पोल का सही समय पर रखरखाव किया गया होता, तो शायद यह दुःखद घटना टाली जा सकती थी। 17 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने वाला यह खिलाड़ी शायद आने वाले समय में देश के लिए बड़ा नाम बनता, लेकिन हादसे ने उसके सपनों और परिवार की उम्मीदों को अचानक खत्म कर दिया।

